सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। सरकार ने आम जनता की परेशानी को ध्यान में रखते हुए छोटे भूखंडों के पंजीयन पर लगी रोक को हटाते हुए 5 डिसमिल से कम के छोटे भूखंडों के पंजीयन की अनुमति दी थी. इसका सार्थक परिणाम देखने को मिल रहा है, बीते करीबन दो सालों के दौरान 2 लाख 67 हजार भूखंडों को पंजीयन हुआ है.

पंजीयन विभाग ने जनवरी 2019 से 31 अक्टूबर 2021 तक कुल 2,67,612 छोटे भूखंडों के दस्तावेजों का पंजीयन किया है. पंजीयन विभाग द्वारा अचल संपत्ति के अंतरण विलेखों का पंजीयन किया जाकर राज्य के लिए स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन फीस के रूप में राजस्व अर्जन का कार्य किया जाता है.

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चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए वित्त विभाग की ओर से निर्धारित राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रूपये 1650 करोड़ है एक अप्रैल 2021 से 31 अक्टूबर, 2021 तक पंजीयन विभाग द्वारा 902.79 करोड़ रूपये राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि गत वर्ष की इसी अवधि की राजस्व प्राप्ति 636.66 करोड़ रूपए की तुलना में 41.80 प्रतिशत अधिक है. इसी तरह से विभाग ने 1,46,888 दस्तावेजों को पंजीयन किया है जो गत वर्ष में पंजीबद्ध दस्तावेजों की तुलना में 30.30 प्रतिशत अधिक है.

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