जयपुर/जैसलमेर. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद राजस्थान से सटे भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (Indo-Pak International Border) पर हाई अलर्ट (High Alert) जारी कर दिया गया है. सीमा सुरक्षा बल (BSF) और राजस्थान पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है. बीएसएफ के राजस्थान फ्रंटियर के आईजी एम एल गर्ग (IG ML Garg) और जोधपुर रेंज के पुलिस आईजी विकास कुमार (IG Vikas Kumar) ने सीमावर्ती इलाकों का दौरा कर सीमा चौकियों का निरीक्षण किया. उन्होंने जवानों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया और सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की.

अतिरिक्त जवान तैनात, ड्रोन और नाइट विजन से निगरानी
सीमा पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती के साथ 24 घंटे निगरानी शुरू की गई है. पेट्रोलिंग (Patrolling) को बढ़ाया गया है, और ड्रोन तथा नाइट विजन जैसे तकनीकी उपकरणों से निगरानी को और प्रभावी बनाया गया है. हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके. बाड़मेर जैसे संवेदनशील सीमावर्ती जिले में बीएसएफ ने अपनी नफरी बढ़ा दी है, और उच्च अधिकारी स्वयं स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
सेना को ‘ऑरेंज अलर्ट’ मोड पर रखा गया
बीएसएफ के साथ-साथ राजस्थान पुलिस, खुफिया एजेंसियां, और भारतीय सेना (Indian Army) भी अलर्ट मोड पर हैं. गृह मंत्रालय के निर्देश पर सेना को ‘ऑरेंज अलर्ट’ मोड में रखा गया है. गुप्तचर तंत्र को सक्रिय कर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. बाड़मेर के सीमावर्ती थानों को विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं, और पुलिस अधीक्षक ने खुद इलाकों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
सीएम भजनलाल की हाई-लेवल मीटिंग
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने गुरुवार को सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए हाई-लेवल मीटिंग की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, सभी जिलों के कलेक्टर, और एसपी शामिल हुए. सीएम ने सीमावर्ती जिलों में खुफिया एजेंसियों के साथ तालमेल बढ़ाने और विशेष निगरानी के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि छोटी से छोटी घटना को भी गंभीरता से लिया जाए और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए.
सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल
सीएम ने सार्वजनिक स्थानों, पर्यटन स्थलों, और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के आदेश दिए हैं. बाड़मेर, जैसलमेर, और अन्य सीमावर्ती जिलों में पुलिस और बीएसएफ को अतिरिक्त संसाधन मुहैया कराए गए हैं. बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी जमीनी स्तर पर जवानों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं ताकि सीमा पर किसी भी तरह की चूक न हो.
पहलगाम हमले ने बढ़ाई चिंता
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देशभर में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. राजस्थान की पश्चिमी सीमा, जो पाकिस्तान से सटी है, पहले से ही संवेदनशील रही है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें किसी भी खतरे को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहतीं. सीमा पर कड़ी निगरानी और सतर्कता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न हो.