रायपुर। कोटा में रह रहे बच्चों को लाने का इंतजाम करने के बाद अब भूपेश बघेल सरकार लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों में फंसे प्रदेश के सभी नागरिकों को लाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए केंद्र सरकार से चर्चा की जा रही है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा कि कोटा में रह रहे बच्चों को लाने का इंतज़ाम हम कर रहे हैं. लेकिन हम चाहते हैं कि प्रदेश से बाहर फंसे हर नागरिक को, चाहे वे पढ़ने गए बच्चे हों, पर्यटक हों या फिर श्रमिक सभी को वापस लाया जा सके. केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार इन्हें वापस लाने का इंतज़ाम किया जाएगा.
कोटा में रह रहे बच्चों को लाने का इंतज़ाम हम कर रहे हैं. लेकिन हम चाहते हैं कि प्रदेश से बाहर फंसे हर नागरिक को, चाहे वे पढ़ने गए बच्चे हों, पर्यटक हों या फिर श्रमिक सभी को वापस लाया जा सके।
केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार इन्हें वापस लाने का इंतज़ाम किया जाएगा।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 24, 2020
इस ट्वीट से दूसरे प्रदेश में फंसे छत्तीसगढ़ के लोगों में जल्द घर पहुंचने की आस प्रबल हुई है. बता दें कि बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ से दूसरे प्रदेशों में पढ़ने के लिए जाने वाले बच्चों के अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों से रोजी-रोटी के लिए भी दूसरे प्रदेश जाते हैं. लॉकडाउन के दौरान उनकी परेशानी को लेकर भोपाल से लेकर लखनऊ तक से सूचना मिल रही है, जिस पर राज्य सरकार वहां की सरकारों से चर्चा कर उनके लिए खाने-पीने का इंतजाम करवा रही है.
लेकिन प्रवासी मजदूरों और छात्रों की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की चर्चा की, वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव ने इस संबंध में केन्द्रीय गृह सचिव को पत्र लिख अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों एवं विद्यार्थियों की छत्तीसगढ़ वापसी की अनुमति देने का आग्रह किया है. उम्मीद की जा रही है जल्द ही इस संबंध में फैसला आ जाएगा.