नालंदा । बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी गतिविधियां एक बार फिर से तेज हो गई हैं। एक ओर जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार दौरे पर तो आए थे,लेकिन उनको अनु​मति नहीं दी गई थी जिसके बाद प्रशासन उनको रोक रहा था, वहीं प्रशांत किशोर को भी रविवार को नालंदा के कल्याण बिगहा गांव में लोगों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई, जिसे लेकर सियासी हलचल और बढ़ गई है। जिला प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।

चिंताओं को समझना चाहिए

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने प्रशांत किशोर पर भी टिप्पणी की और कहा कि किसी को राजनीतिक द्वेष के आधार पर नहीं रोका जा रहा है। चिराग ने स्पष्ट किया कि प्रशासन की यह रोक किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए थी, और जिला अधिकारियों की सुरक्षा संबंधित चिंताओं को समझना चाहिए।

प्रशांत किशोर के सियासी सक्रियता पर बोले

चिराग पासवान ने प्रशांत किशोर के सियासी सक्रियता पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह जरूरी है कि बिहार के नेताओं को चुनावी रणनीतियों से अधिक, राज्य की जमीनी हकीकत और लोगों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। प्रशांत किशोर की बढ़ती सक्रियता और इस प्रकार की प्रशासनिक रोक से राजनीतिक माहौल में तनाव बढ़ा है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और अधिक गर्मा सकता है।

प्रशांत किशोर बोले, अपने पंयायत में वादा पूरा नहीं किया

पूरा बिहार छोड़िए, नीतीश कुमार ने अपनी पंचायत में भी वादों को पूरा नहीं किया!! पंचायत के लोगों ने बताया कि वे गाड़ी से उतरते ही नहीं, तो हम शिकायत किससे करें? प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार के गांव कल्याण बिगहा में जाने से पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद भी जिले में लोगों ने पूरा समर्थन मिला।