चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग- दुर्ग की बेटी अंकिता शर्मा सिविल सर्विसेस परीक्षा में चयनित होने के बाद जब आज पहली बार दुर्ग आई,तो परिजनों और स्थानीय लोगों ने उसका जोरदार स्वागत किया.अंकिता के घर पर त्यौहार जैसा माहौल नजर आया और परिजनों ने जमकर खुशियां मनाई.अंकिता की माँ ने बेटी के सफल होने पर उसकी आरती उतारी और मिठाई खिलाकर जीवन में आगे भी सफल होने की कामना की. इसके बाद घर में रिश्तेदारों और मित्रों की पहुंचने का सिलसिला शुरु हुआ और सभी ने अंकिता की इस उपलब्धि पर बधाई और शुभकामनाएं दी. गौरतलब है कि अंकिता ने यूपीएससी की परीक्षा में 203 रैंक हासिल किया है और उम्मीद की जा रही है कि इस रैंक में आने पर उन्हें आईपीएस कैडर मिल जायेगा.
लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में अंकिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और पति के साथ अपनी लगन और मेहनत को दिया.उनका कहना था कि यह एक ज्ञानवर्धक संघर्ष रहा,जिसमे उसमें अच्छी सफलता हासिल हुई है.हालांकि उनकी इच्छा आईएएस बनने की थी,लेकिन रैंक पीछे होने से ये इच्छा फिलहाल पूरी नहीं हो पाई.अपनी प्राथमिकताओं के बारे में अंकिता ने कहा कि वह समाज में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, युवाओ की अपराध में संलिप्तता और शिक्षा के लिए काम करना चाहतीं हैं.
अंकिता ने प्रदेश के प्रतियोगी छात्रों को सन्देश देते हुए कहा कि जब मेरे जैसी सामान्य लड़की सफल हो सकती है, तो बांकी लोग क्यों नही? और वो यह बात इसलिये नही कह रही है कि आज वो सफल है, बल्कि इसलिये कि उसने भी छत्तीसगढ़ के सामान्य स्कूल और कॉलेज से ही पढाई की है. बस अपने लक्ष्य पर उसे पूरा भरोसा था, यही वजह है कि सफलता उसके हाथ आई है.