नई दिल्ली . दिल्ली में दो साल पहले लागू की गई Tax फ्री पॉलिसी के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों को फिटनेस कराने वाले बसों के मालिकों से अब 2022 से रोड टैक्स और दो साल की पेनाल्टी की मांग की जा रही है.
साथ ही, परिवहन विभाग के नए पेंच में फंसे करीब 500 वाहन एक महीने में सड़कों से हट चुके हैं, क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों की फिटनेस की रसीद नहीं निकल रही है.
ऑल दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने बीते गुरुवार को परिवहन विभाग के विशेष आयुक्त शहजाद आलम से मुलाकात करके इस समस्या का समाधान करने की मांग की है. सम्राट ने बताया कि दिल्ली सरकार ने 2022 में ई-वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी, पंजीकरण और रोड टैक्स माफ कर दिया था. इस योजना को देखते हुए कई लोगों ने बसें, कारें और अन्य व्यावसायिक वाहन खरीदे. दो साल पूरे होने पर, वाहन मालिकों को रोड टैक्स (नौ हजार रुपये का एक साल का रोड टैक्स) और 100 प्रतिशत पेनाल्टी जमा करने को कहा गया. यानी ई-बस को एक साल का रोड टैक्स नौ हजार रुपये है, और उन्हें पेनाल्टी के साथ 18 हजार रुपये देने को कहा गया.
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