विकास कुमार, सहरसा. सहरसा मंडल कारा जेल में बंद विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत से गुस्साए परिजन व ग्रामीणों ने राजनपुर-करनपुर मुख्य मार्ग के शाहपुर बाजार के समीप बीच सड़क पर शव रख कर आगजनी कर सड़क जाम कर दिया और जेल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान तक़रीबन तीन घंटा तक यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।

जेल प्रशासन के खिलाफ फूटा गुस्सा

दरअसल मृतक छोटकन मिस्त्री नौहट्टा थाना क्षेत्र के शाहपुर वार्ड न0-5 के रहने वाले थे। भूमिविवाद के दौरान हुई हत्या के मामले में बीते 5 वर्षों से मंडल कारा जेल सहरसा मे बंद थे, जिसकी 7 मार्च को तबियत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद जेल प्रशासन ने शव परिजनों के हवाले कर दिया, जिसके बाद वे लोग शव लेकर गांव पहुंचे। इस दौरान जेल प्रशासन के खिलाफ लोगों का आक्रोश फुट पड़ा।

पुलिस ने समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया

परिजनों ने जेल प्रशासन पर इलाज मे लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि, बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उनके लिए इलाज की उचित व्यवस्था नहीं की गई। जिस वजह से छोटकन मिस्त्री कि इलाज के अभाव मे मौत हो गई। इस पूरे मामले कि उचित जांच कि मांग करते हुए सड़क जाम कर जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। सड़क जाम होने की सूचना नौहट्टा थाने की पुलिस को मिलते ही मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया, जिसके बाद जाम हटाया गया।

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