कपिल मिश्रा, शिवपुरी। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद अस्पताल में परिजनों द्वारा उपचार में लापरवाही का आरोप और हंगामे के मामले भी बढ़ते ही जा रहे हैं. प्रदेश के किसी न किसी जिले के अस्पताल से इस तरह तरह की खबरें रोज आ रही है. ताजा मामला शिवपुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल का है. जहां कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद उसके परिजन ने पीपीई किट पहनकर जमकर हंगामा किया. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजन की मानें तो इस मामले में सबसे चौकाने वाली बात यह है कि मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी. उन्होंने सवाल उठाया है कि जब रिपोर्ट निगेटिव थी तो डॉक्टर किसी बीमारी का उपचार कर रहे थे.
भाई की मौत प्रबंधन की लापरवाही के चलते
जानकारी के अनुसार शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती गुना निवासी एक मरीज की मौत के बाद उसके भाई ने जमकर हंगामा कर दिया. उसने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाते हुये कहा कि मेरे भाई की मौत प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुई है. उसने कहा कि मेरे पूछने पर भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी मुझे नहीं दी जा रही थी.
करोड़ों की लागत से निर्मित अस्पताल में सुविधाओं की कमी
मृतक के भाई ने कहा कि सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च कर यह मेडिकल कॉलेज बनाया है. यहां कोई सुविधा नहीं है. अस्पताल में पीने के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है. वे पीपीई किट पहनकर पुलिस जवानों के सामने ही आरोप लगाते रहे. जमीन पर बैठक उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को जमकर कोसा.
अस्पताल के सिविल सर्जन से मारपीट
बता दें कि छतरपुर के जिला अस्पताल में जगह और ऑक्सीजन को लेकर दो युवकों का सिविल सर्जन के साथ विवाद हो गया था. विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित युवकों ने सिविल सर्जन लखन तिवारी के साथ मारपीट कर दी. मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह से मामला शांत कराया था. इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों ने आरोपियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर अड़ गए थे.