स्पोर्ट्स डेस्क- भारत में क्रिकेट का क्रेज कैसा है, ये हर किसी को पता है, भारत में क्रिकेटर जितनी आसानी से हिट हो जाते हैं, उतनी ही आसानी से आलोचना के शिकार भी हो जाते हैं, भारत में अगर एक मैच में किसी क्रिकेटर ने कमाल का खेल दिखा दिया, तो वो सुपरहिट हो जाता है, लेकिन अगर किसी भी मैच में फ्लॉप हुआ तो फिर आलोचना का शिकार भी होना पड़ता है.
बीते रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विशाखापट्टनम में सीरीज का पहला टी-20 मैच खेला गया, मैच लो स्कोरिंग रहा, भारत 127 रन का ही टारगेट सेट कर सका था, लेकिन मैच रोमांचक मोड़ पर आकर खत्म हुआ, और उससे भी बड़ी बात मैच आखिरी गेंद पर आकर खत्म हुआ.
जिस तरह से टीम इंडिया के गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मैच के 19वें ओवर में शानदार गेंदबाजी कर महज 2 रन खर्च कर टीम इंडिया को फिर से मैच में ला दिया, मैच में टीम इंडिया के भी जीत हासिल करने के चांसेज बढ़ गए थे,लेकिन आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया को 14 रन की दरकार थी जीत के लिए, और भारतीय टीम की ओर से आखिरी ओवर उमेश यादव ने की, और टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उमेश यादव आलोचकों के निशाने पर आ गए. लेकिन टीम इंडिया के गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने साथी गेंदबाज उमेश यादव का मैच के बाद बचाव किया.
बुमराह ने कहा हर दिन एक जैसा नहीं होता है, कोई दिन ऐसा भी होता है जब अंतिम ओवर में गेंदबाजी की प्लानिंग कारगर नहीं हो पाती है. बुमराह ने कहा ऐसा हो जाता है, किसी भी हालात में आखिरी ओवर्स में गेंदबाजी करना हमेशा मुश्किल होता है, ये दोनों ओर जा सकता है, और कभी कभार तो इसमें फिफ्टी-फिफ्टी की संभावनाएं भी होती हैं। बुमराह ने आगे कहा कि आप अपना बेस्ट करने की कोशिश करते हैं और आप अपनी प्लानिंग में भी क्लीयर होते हैं, कुछ दिन तो ये सही होता है, कई दिन ये कामयाब नहीं पाता है, इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है.