नई दिल्ली। उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों के खिलाफ निगमकर्मियों ने निगम मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, हालांकि धरना-प्रदर्शन को देखते हुए कर्मचारियों की यूनियन ने महापौर और निगम प्रशासन से मुलाकात की और प्रोटेस्ट खत्म कर दिया. हालांकि कर्मचारियों की यूनियन ने अपना धरना-प्रदर्शन 3 हफ्ते के लिए स्थगित किया है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन की तरफ से लापरवाही रही, तो तीन हफ्ते बाद धरना-प्रदर्शन फिर से किया जाएगा.

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इस बैठक के दौरान स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन और नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी उपस्थित रहे. उत्तरी दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों की यूनियन के साथ बैठक के बाद कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है. उन्होंने बताया कि आज कर्मचारी यूनियन और निगम के अधिकारियों के साथ एक सकारात्मक बैठक हुई. हमने निगम कर्मचारियों की अधिकतम मांगों को मान लिया है, जिसके बाद कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया है. दरअसल कर्मचारियों की यूनियन की मुख्य मांग महंगाई भत्ते के संबंध में थी, जिसके लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने सर्कुलर जारी कर दिया है और अन्य मांगों पर कार्यवाही की जा रही है.

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स्थायी समिति अध्यक्ष जोगी राम जैन ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम कर्मचारियों से संबंधित सभी मुद्दों से अवगत है और उन्हें जल्द से जल्द हल करने के प्रयास किये जा रहे हैं. कन्फेडरेशन ऑफ एमसीडी इम्प्लॉय यूनियन के कन्वेनर अस्लम परवेज ने बताया कि निगम प्रशासन के साथ हमारी बैठक हुई, जिसमें यह तय हुआ है कि हमारे 7 हजार टीचर्स जिनकी पिछले 4 महीने की तनख्वाह नहीं मिली है, उन्हें जल्द एक महीने की तनख्वाह दी जाएगी. वहीं अगले चरण में सफाई कर्मचारियों का वेतन दिया जाएगा, साथ ही उसके बाद अन्य कर्मचारियों की तनख्वाह निगम की ओर से दी जाएगी. निगम इन सभी कर्मचारियों की तनख्वाह अगले 15 दिन में दे देगी और तीन हफ्ते बाद हमारी फिर बैठक होगी. यदि इन मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो हम फिर से धरने पर बैठेंगे.