नई दिल्ली। शाहीन बाग में गोली चलाने वाले कपिल गुज्जर को भाजपा में शामिल करने के बाद ही पार्टी ने कुछ ही घंटों में निकाल दिया। सूत्रों के मुताबिक कपिल गुज्जर को पार्टी में शामिल करने के बाद मीडिया में आई खबरों से पार्टी की जमकर किरकिरी हुई और 2021 में पश्चिम बंगाल, असम सहित कई राज्यों में होने वाले चुनावों को देखते हुए केन्द्रीय नेतृत्व की फटकार के बाद गुज्जर को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया।

इस पूरे मामले में प्रदेश बीजेपी ने गाजियाबाद जिला अध्यक्ष से जवाब तलब भी किया है। अपनी सफाई में जिला अध्यक्ष ने कहा है कि उन्हें कपिल गुज्जर के बारे में जानकारी ही नहीं थी। गलती से उसे पार्टी में शामिल करा लिया गया।

बीजेपी के गाजियाबाद अध्यक्ष संजीव शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी कि महानगर कार्यालय पर बसपा से आए कुछ युवकों को भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराया गया था, जिसमें कुछ व्यक्तियों के साथ कपिल गुज्जर भी शामिल था। प्रेस नोट में कहा गया है कि कपिल गुज्जर के विवादित शाहीन बाग मामले में हमें कोई जानकारी नहीं थी। घटना की पूरी जानकारी होने के बाद प्रदेश नेतृत्व के द्वारा पार्टी में शामिल किया जाना निरस्त कर दिया गया।

वहीं कपिल गुज्जर के बीजेपी जॉइनिंग पर आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले कपिल गुज्जर पिस्तौल लेकर शाहीनबाग पहुंचा। भाजपा द्वारा लगाए जाने वाले नारे लगाए और गोली चलाई। आगे यह दिखा कि शाहीनबाग के बड़े नेता भाजपा में शामिल हुए और अब कपिल गुज्जर भी भाजपा में शामिल हो गया। मुझे खबर नहीं है कि सदस्यता रद्द की है लेकिन सवाल यह है कि सदस्यता दी ही क्यों थी।