मनोज उपाध्याय, मुरैना। मुरैना जिले के किसान बाढ़ की त्रासदी से उबरे नहीं थे कि अब फसलों के लिए जरूरी खाद की कालाबाजारी से जूझ रहे हैं. खेतों में खड़ी फसलें जैसे-जैसे बड़ी हो रही है, वैसे-वैसे यूरिया व डीएपी खाद की मांग बढ़ने लगी है. इसका असर यह हुआ कि बाजार में खाद-बीज की दुकानों से यूरिया खाद 83 रुपए तक और डीएपी खाद को 50 रुपए ब्लैक में किसानों को बेचा जा रहा है.

सरकार ने डीएपी खाद के बोरी के दाम 1200 रुपए और यूरिया खाद के एक बोरी की कीमत 266.68 रुपए तय की है, लेकिन बाजार के व्यापारी इससे कहीं महंगा खाद किसानाें को बेचन रहे हैं. जिले के जीवाजीगंज में खाद-बीज की दुकानों का भरा-पूरा बाजार है. यहां कईयों दुकानदार 266.68 रुपए के यूरिया खाद को 320 रुपए में और 1250 के डीएपी खाद को 1250 रुपए में बेच रहे हैं. शहर से बाहर निकलकर मुड़ियाखेड़ा व बड़ोखर क्षेत्र के खाद-बीज के कई दुकानदारों ने तो लूट सी मचा रखी है. मुड़ियाखेड़ा की कुछ दुकानाें ने बुधवार को 350 रुपए तक में यूरिया खाद बेचा. इस कालाबाजारी के इतर जिला प्रशासन या फिर कृषि विभाग रोकना तो दूर खाद बिक्री की ठीक से निगरानी भी नहीं कर रहे.

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मांग से कई टन कम मिली खाद

जिले में इस साल खरीफ सीजन में 2 लाख 22 हजार 957 हेक्टेयर जमीन में फसल की बोवनी हुई है. इन फसलों के लिए 36225 मीट्रिक टन यूरिया खाद की जरूरत है, लेकिन 22786 मीट्रिक टन ही यूरिया जिले को मिली है. जो मांग से 11439 मीट्रिक टन कम है. इसी तरह डीएपी खाद की मांग 20 हजार मीट्रिक टन थी, लेकिन 8407 मीट्रिक टन डीएपी खाद ही मुरैना जिले को दिया गया है. यानी डीएपी भी मांग से 11593 मीट्रिक टन कम है. इसी कारण बाजार में खाद की किल्लत बताकर व्यापारियों ने औने-पौने दाम वसूलना शुरू कर दिया है.

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किसानों का झलका दर्द

खनेता गांव के किसान नरेन्द्र ने कहा कि केसीसी कार्ड नहीं होने से सोसायटी से खाद नहीं मिला, इसीलिए बाजार से खाद लेना पड़ता है. उन्होंने बताया कि वे गंज स्थित असली भरोसेमंद खाद नाम से 320 रुपए में यूरिया और 1250 रुपए में डीएपी खाद का बोरा खरीदा है. सोसायटी पर खाद रेट कम है, पर महंगा खाद लेना मजबूरी है, नहीं तो फसल सूख जाएगी. भराना गांव के किसान गौरीश कुमार का कहना है कि मुझे सोसायटी से एक बोरा खाद नगद में नहीं मिलता, इसीलिए बाजार से लेना मजबूरी है. मुझे रामजानकी मंदिर के पास टॉउन हॉल के सामने स्थित माेनू खाद वाले की दुकान से 320 रुपए में यूरिया खाद का बोरा दिया गया है.

अधिकारी ने जांच की कही बात

मुरैना के प्रभारी उप संचालक कृषि बीडी नरवरिया का इस मामले में कहा, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह खाद-बीज की दुकानों का औचक निरीक्षण करें. खाद-बीज खरीद रहे किसानों से बाजार में बिक रहे खाद के दामों के बारे में जांच करें. जो दुकानदार तय रेट से ज्यादा में खाद बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ कालाबाजारी की धाराओं में एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी.

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