रायपुर. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सीआरपीएक पर आतंकी हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए. इसके बाद सभी प्राइवेट टीवी चैनलों पर स्पेशल कवरेज और फोटोग्राफिक्स प्रसारण के लिए पुलवामा हमले के मद्देजर पूरे कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों के काफिल के मूवमेंट पर रोक लगा दी गई है. इस कायराना फिदायीन हमले के तुरंत बाद जैश के समर्थन वाले टेलिग्राम चैनलों पर ऐसे संदेशों की बाढ़ थी, जिनमें इस टेरर अटैक की जिम्मेदारी लेने की बात दिखाई जा रही थी. मीडिया पर रोक के बाद ऐसा लग रहा है कि सरकार कोई बड़ा कदम उठाने जा रही है.

वहीं पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा वापस ले लिया है. पीएम मोदी ने हमले के बाद पाक को कड़ी चेतावनी दी है. आतंकवाद के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन कहीं-कहीं हिंसक भी हो गए हैं. इसमें कई गाड़ियों को आग के हवाले तक कर दिया गया. हमले के मद्देनजर नवाबाबाद, बस स्टैंड, बख्शी नगर समेत कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया. पूरे कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों के काफिल के मूवमेंट पर रोक लगा दी गई है. सीआरपीएफ काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.