रायपुर. जम्मू कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए, उसके बाद पाकिस्तान पर हुई एयरस्ट्राइक को लेकर कई सवाल उठाए गए. यह सवाल सरकार पर नहीं बल्कि सेना की प्रराक्रम पर उठे हैं. अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अलावा देश के कई नेताओं ने एयरस्ट्राइक पर कई विवादित बयान दिया. इनमें अधिकतर नेता कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं. इन लोगों ने एयरस्ट्राइक को लेकर सबूत मांगा. तो आइये आपको बताते है उन पांच नेताओं के बारे में….

1. राहुल गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एयरस्ट्राइक पर बीते दिनों उन्होंने कहा था कि मैं इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करूंगा, लेकिन हां मैंने पढ़ा है कि शहीद हुए कुछ सीआरपीएफ जवानों के परिवार ने इस मुद्दे को उठाया है, वे कह रहे हैं कि हम आहत थे इसलिए कृपया हमें दिखाएं कि क्या हुआ.’

2. दिग्विजय सिंह

कांग्रेस के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह ने एयरस्ट्राइक को लेकर कई सवाल पूछे. सबसे पहले उन्होंने इस एयरस्ट्राइक का सबूत मांगा. इसके बाद दिग्‍विजय सिंह ने अपने ट्वीट में पुलवामा आतंकी हमले को ‘दुर्घटना’ कह दिया तो बीजेपी नेताओं ने उनकी खिंचाई की. खुद पीएम मोदी ने एक रैली में इस पर निशाना साधा था. हालांकि इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि यह आतंकी हमला था इसमें कोई शक नहीं है. कुछ दिन पहले दिग्विजय सिंह ने रॉयटर्स के खबर को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भारत ने जिस जगह पर कार्रवाई की वहां अभी भी मदरसे चल रहे हैं.’

3. मुख्यमंत्री कमलनाथ

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सबूत मांगते हुए कहा था कि ‘जो एयर स्ट्राइक है उसको जो रूप- स्वरूप दिया गया. ये जनता को बताना चाहिए. इसके चित्र सामने आने चाहिए. कल भारतीय वायु सेना के चीफ ने कहा है कि हम तो टारगेट पर जाते हैं, वहां क्या था? क्या नहीं था? क्या हुआ? उससे मतलब नहीं है हमें.’

4. बीके हरिप्रसाद

कांग्रेस महासचिव और सांसद बीके हरिप्रसाद ने कहा था कि पुलवामा हमले के बाद के घटनाक्रम पर यदि आप नजर डालेंगे तो पता चलता है कि यह पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच मैच फिक्सिंग थी. केंद्रीय मंत्री रविशंकर को स्पष्ट करना चाहिए कि पीएम मोदी और इमरान खान के बीच क्या मैच फिक्सिंग थी? उनकी जानकारी के बिना पुलवामा का आतंकी हमला नहीं हो सकता.

5. नवजोत सिंह सिद्धू

पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते दिनों ट्विटर पर लिखा कि एयरस्ट्राइक मकसद क्या था? क्या आतंकियों को मारने गए थे या पेड़ उखाड़ने? क्या यह चुनावी हथकंडा था? 300 आतंकी ढेर हुए, हां या नहीं?’ इसके साथ ही उन्होंने लिखा था कि सेना का राजनीतिकरण बंद किया जाए. इसके बाद 6 मार्च को सिद्धू ने ट्विटर पर लिखा, ’40 जवान शहीद हुए, कितने आतंकी मरे?, 56 इंच का सीना कहां गया?, तालिम का ज़ोर इतना, तहज़ीब का शोर इतना, बरक़त क्यों नहीं होती, तुम्हारी नीयत में ख़राबी है.’

कांग्रेस नेताओं के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने एयर स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए और सबूत मांगे. इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने एक रैली में कहा था कि आपको (विपक्ष) मुझपर भरोसा नहीं है, लेकिन आप अपनी वायुसेना पर तो भरोसा कीजिए.