सदफ हामिद, भोपाल। मध्य प्रदेश में बाढ़ से स्थिति भयावह बनी हुई है. प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. नरोत्तम मिश्रा ने अपने दौरे के बाद अनुभव साझा किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह की स्थिति देखने को मिली वो वास्तव में आंखों में पानी लाने वाली थी.

गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि एमपी में बाढ़ से 1250 गांव प्रभावित, 1100 लोगों का रेस्क्यू किया गया. 60 राहत शिविरों में 12 हजार लोगों को सुविधाएं दी जा रही हैं. चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर है. चंबल के किनारे के लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाया जा रहा है. फंसी हुई स्थिति में कोई नहीं है.

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नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि 2445 होमगार्ड के जवान प्रतिनियुक्ति पर एसडीआरएफ/एनडीआरएफ को दिए जाएंगे. जो बाढ़ के दौरान रेस्क्यू में सहयोग करेंगे. इसमें सिंहस्थ के दौरान काम करने वाले होमगार्ड्स भी शामिल करने का प्रयास है.

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दतिया में एक दिवसीय दौरे का गृहमंत्री ने अपने अनुभवों को साझा किया. उन्होंने बताया कि जिस तरह से भयावह स्थिति बनी है, उस स्थिति में एक जनसेवक होने के नाते उनका जाना जरुरी था. जाने के बाद जिस तरह की स्थिति देखने को मिली वो वास्तव में आंखों में पानी लाने वाली थी. जनता को बचाने के लिए खुद नंगे पैर उनके बीच गया, क्योंकि जूते पैर कीचड़ और पानी मे जाना संभव नहीं था.

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे पहले रेस्क्यू किया उसके बाद खुद हेलीकाफ्टर के माध्यम से बाहर आया. जनता के हर सुख दुख में उनके साथ रहना जरुरी है. कोई बड़ा काम नहीं किया है, सिर्फ जनता का दर्द बांटने की कोशिश की.

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