नई दिल्ली . नंद नगरी इलाके में चलती ई-रिक्शा में धमाके के बाद आग की घटना में गंभीर रूप से घायल महिला के बाद उसके पति 46 वर्षीय पुष्पराज की भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हादसे में घायल एक अन्य यात्री गौरव का अस्पताल में उपचार चल रहा है. वह इस हादसे में वह 40 फीसदी झुलस गया था.
नंद नगरी थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर पहले ही ई-रिक्शा चालक रतन लाल (52) को मंडोली, हर्ष विहार से गिरफ्तार कर चुकी है. वह हादसे के बाद मौके से भाग गया था. बाद में मौके पर आया और ई-रिक्शा लेकर फिर से फरार हो गया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ई-रिक्शा भी बरामद कर लिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ई-रिक्शा में धमाके से मौत का शिकार हुए दंपति ओमी देवी और पुष्पराज अपने परिवार के साथ गली नंबर-13, प्रताप नगर, हर्ष विहार में रहते थे. इनके परिवार में 14 साल का बेटा देव और 20 साल की बेटी तन्नू है. पुष्पराज का कुरियर का काम था. दंपती गंगा स्नान के लिए गुरुवार तड़के करीब साढ़े चार बजे घर से गढ़ गंगा जाने के लिए निकले थे. वह मंडोली चुंगी से शाहदरा जाने के लिए एक ई-रिक्शा में बैठे. रिक्शा में पहले से गौरव भी बैठा हुआ था. गौरव ने पुलिस को बताया कि ई-रिक्शा से कुछ जलने की दुर्गंध आ रही थी. शिकायत के बाद भी रिक्शा चालक रतन लाल ने ध्यान नहीं दिया. नंद नगरी ईएसआई डिस्पेंसरी के पास पहुंचने पर रिक्शा की बैटरी में धमाका हुआ और उसमें आग लग गई.
एफएसएल टीम हादसे की जांच कर रही
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ओमी देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई. अब उनके पति पुष्पराज ने भी इलाज के दौरान मंगलवार को दम तोड़ दिया. पांच माह पूर्व इनके बड़े की भी एक ट्रेन हादसे में मौत हो गई थी. पुलिस सूत्रों की मानें तो अभी तक की जांच में सामने आया है कि हादसा ई-रिक्शा की बैटरी फटने की वजह से हुआ. बैटरी ओवर चार्ज, खराब वायरिंग या खराब चार्जर के कारण हुआ. एफएसएल की टीम भी जांच कर रही है. जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि ई-रिक्शा की बैटरी किन कारणों से फटी थीं.