आगरा: जिले में महिला सिपाही ने पहले रील के लिए त्यागपत्र दिया था. दोबारा गलत तरीके से भर्ती हुई तो 48 घंटे में एक बार फिर से नौकरी चली गई. अब यह मामला विभाग में चर्चा का विषय बना है. बता दें कि रील से ट्रोल होकर त्यागपत्र देने वाली महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा को दोबारा 2 दिन पहले नौकरी मिल गई थी. लिपिक जितेंद्र ने तथ्य छिपाकर सेवा में पुन: वापसी का आदेश पारित करा लिया. इसकी जानकारी पर पुलिस आयुक्त ने लिपिक को निलंबित कर दिया. सेवा में वापसी का आदेश भी निरस्त कर दिया.
हरियाणा, पंजाब तो बेकार ही बदनाम हैं…
हरियाणा, पंजाब तो बेकार ही बदनाम हैं आओ कभी उत्तर प्रदेश, रंगबाजी क्या होती है…. सितंबर 2021 में इसी म्यूजिक पर प्रियंका मिश्रा की रील वायरल हुई थी. त्यागपत्र देने पर सिपाही के इंस्टाग्राम फालोअर की संख्या 60 हजार से अधिक हो गई थी. उनके कई वीडियो सामने आए थे. चर्चा है कि दोबारा सेवा में आने के बाद प्रियंका मिश्रा को वर्दी मिल गई थी. इससे उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। उनकी तैनाती होनी बाकी थी.
मामले में पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि प्रियंका मिश्रा ने प्रार्थनापत्र दिया था. इसमें आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने, जीवन यापन में कठिनाई का हवाला देते हुए सेवा में पुन: वापसी का आग्रह किया. सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय को जांच दी गई. प्रकरण में संयुक्त निदेशक, अभियोजन से विधिक राय ली. उन्होंने नियुक्ति प्राधिकारी की ओर से निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए स्वविवेक के अनुसार निर्णय लिए जाने के लिए राय दी.
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मामले में त्यागपत्र के पश्चात सेवा में लेने से संबंधित नियमावली और आदेशों के लिए समस्त पत्रावली को पुलिस मुख्यालय भेजा जाना चाहिए था. इसके बाद ही अग्रिम आदेश पारित कराया जाना चाहिए था. मगर, लिपिक ने ऐसा नहीं किया. तथ्यों को संज्ञान में लाए बिना ही महिला सिपाही को पुन: सेवा के लिए 18 अक्तूबर को आदेश पारित करा लिया. यह नियम के खिलाफ किया. लिपिक को निलंबित किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को जांच दी गई है. महिला आरक्षी को पुन: सेवा लेने का आदेश भी निरस्त कर दिया गया.
रिवाल्वर के साथ बनाई थी रील
मूलत: कानपुर निवासी प्रियंका मिश्रा वर्ष 2020 में पुलिस विभाग में सिपाही बनी थीं. उन्हें झांसी में प्रशिक्षण के बाद वर्ष 2021 में आगरा भेजा गया. थाना एमएम गेट में महिला हेल्प डेस्क पर तैनात थीं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर रिवाल्वर हाथ में लेकर रील बनाई थी. उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था. ड्यूटी पर रहते हुए रील बनाने पर कई लोगों ने सवाल उठाए थे. मामला तत्कालीन एसएसपी मुनिराज जी. तक पहुंचा था. सिपाही को लाइन हाजिर किया। सिपाही ने आहत होकर खुद ही त्यागपत्र दे दिया. उनसे प्रशिक्षण में खर्च धनराशि भी जमा करा ली गई थी.