रायपुर। कृषि एवं उत्पादन आयुक्त के डीपी राव ने आज रायपुर के न्यू सर्किट हाउस के सभागार में रबी कार्यक्रम के साथ-साथ आगामी खरीफ फसल की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने दलहन और तिलहन सहित फसलों के विविधीकरण, उद्यानिकी, पशु संवर्धन और मछलीपालन पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बाजार की उपलब्धता बढ़ाए जाने और मार्केट लिंकेज किए जाने की जरूरत बताई, जिससे किसानों को उनकी फसल के अच्छे दाम मिल सके.
कृषि एवं उत्पादन आयुक्त ने आगामी खरीफ मौसम में किसानों की मांग के अनुरूप प्रदेश के किसानों को उत्तम किस्म के रासायनिक खाद एवं प्रमाणित बीज समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि किसानों की तरक्की कृषि में बेहतर तकनीक के इस्तेमाल के साथ-साथ कृषि के महत्वपूर्ण अंग पशुपालन, मत्स्यपालन और उद्यानिकी फसलें आदि को एक साथ समग्र रूप से अपनाने से होगी. उन्होंने पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए नस्ल संवर्धन पर जोर दिया तथा जल संरक्षण पर बल देते हुए मत्स्यपालन को भी प्राथमिकता में शामिल करने को कहा. उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में नवाचार की गुंजाइश सबसे अधिक है और जो प्रगतिशील किसान नवाचार अपनाते हैं उन्हें इसका लाभ मिलता है.
कृषि उत्पादन आयुक्त ने किसान सहायता केंद्र किसानों को अधिक उपयोगी बनाने पर जोर दिया और इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित रूप से मानिटरिंग करने को कहा. उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा गौठानों के विकास करने, जल संसाधन एवं पशु संसाधन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसी तरह जैविक खेती पर भी बल दिया जा रहा है. उन्होंने अधिकारियों को किसानों की आय बढ़ाने के लिए निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप पूरे प्रयास एवं कार्य करने के निर्देश दिए.
बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव अविनाश चम्पावत, रायपुर संभागायुक्त जीआर चुरेन्द्र, राज्य विपणन संघ के प्रबंध संचालक अंबलगन पी, आयुक्त मनरेगा एवं संचालक कृषि भीम सिंह, संचालक पशुधन विकास डाॅ. सी.आर. प्रसन्ना, रायपुर संभाग के विभिन्न जिलों के कलेक्टर, राज्य एवं संभाग के संबंधित कृषि से संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे.