रायपुर- कृषि सुधार बिल राज्यसभा में पारित होने के बाद देशभर से आ रही प्रतिक्रियाओं पर छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि कांग्रेस किसानों के बीच भ्रम फैला रही है. यह काम आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस करती रही है. दशकों तक सत्ता में रही कांग्रेस की कृषि नीति से देश के किसानों की तस्वीर कभी नहीं बदली. साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की किसानों का सम्मान बढ़ा है.

विष्णदेव साय ने आज वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राज्यसभा में पारित कृषि सुधार बिल का मुख्य उद्देश्य करोड़ों अन्नदाताओं को बिचौलियों से बचाना है. किसान अब तक मंडी के जरिए फसल बेचते थे. अब एक और आप्शन मोदी सरकार ने किसानों को उपलब्ध कराया है. मंडी के साथ-साथ किसान अब अपनी मर्जी से देश के किसी भी कोने में अपनी उपज बेच सकता है. उन्होंने कहा कि नए बिल में जैसा की भ्रम फैलाया जा रहा है कि मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी, एमएसपी खत्म हो जाएगा, ऐसा नहीं है. यह चलता रहेगा. नागरिकता संशोधन कानून के वक्त भी देश में कांग्रेस ने ऐसा ही भ्रम फैलाया था. राफेल डील पर भी ऐसी ही अफवाह उड़ाई गई थी. कांग्रेस चाहती थी कि देश में राफेल आए ही नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील को क्लीन चीट दी.

विष्णुदेव साय ने कहा कि देश के किसानों की तकदीर बदलने वाला कानून मोदी सरकार लेकर आई है. इस बिल के जरिए स्वामीनाथन कमेटी की अनुशंसा का भी पालन हो रहा है. दस सालों तक लगातार सत्ता में रहने के बाद भी कांग्रेस ने कभी स्वामीनाथन कमेटी की अनुशंसाओं को खोलकर भी देखने की कोशिश नहीं की. बिल के विरोध में छत्तीसगढ़ सरकार के कोर्ट जाने के बयान पर साय ने कहा कि विरोध करना विपक्ष की हैसियत से कांग्रेस का धर्म है. वह जरूर कोर्ट जाएं, हम भी जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि यह बिल अचानक से नहीं आया. बहुत सोच समझकर इसे लाया गया है. स्वामीनाथन कमेटी की मंशा भी ऐसे बिल को लेकर थी. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी यही वादा किया गया था. यह कांग्रेस की इच्छा भी थी. लेकिन जब उन्हें मौका मिला था, तब वह इसे लागू करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई.