वैभव शिव पाण्डेय, रायपुर। नए कृषि कानून के विरोध में छत्तीसगढ़ के किसान संगठनों की बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया है। किसान संगठन 2 अक्टूबर से प्रदेश में सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे। बैठक में राज्यपाल को ज्ञापन देने से लेकर सांसदों का घेराव और दिल्ली में भी प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई है। लगभग दो महीने तक होने वाले प्रदर्शन के लिए प्रदेश के किसान संगठनों ने तय किया है कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को उपवास करेंगे और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
इसके अलावा 2 अक्टूबर से गांव-गांव में किसान बइठका का आयोजन किया जाएगा। जहां नए किसान कानून को लेकर उऩके साथ बातचीत की जाएगी। जिसके बाद 14 अक्टूबर को प्रदेश के सभी सांसदों का किसान घेराव करेंगे। किसानों का ये आंदोलन लगातार जारी रहेगा और वे इस कानून के विरोध में दिल्ली कूच करेंगे। जहां देश भर से आने वाले किसानों द्वारा आयोजित बड़े प्रदर्शन में 26 और 27 नवंबर को शामिल होंगे।
आपको बता दें केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानून को लेकर देश भर के किसानों में भारी आक्रोश है। पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश में किसानों द्वारा इस कानून के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं इस कानून के विरोध में प्रदेश में कांग्रेस ने कल राजीव भवन से लेकर राज भवन तक पैदल मार्च निकाला था और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था।