रायपुर. प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने रसायनिक खाद की कमी को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कैमिकल फर्टिलाइजर को लेकर हमने केंद्र से बात की है. यूक्रेन युध्द के कारण सप्लाई प्रभावित हो रही है. डीजल-पेट्रोल की महंगाई की वजह से कंपनी भी उचित मात्रा में खाद की आपूर्ति नहीं कर पा रही है. विकल्प के तौर पर 19 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट तैयार हो रहा है. हम केंद्र सरकार की अपूर्ति पर निर्भर हैं.

हसदेव अरण्य के मामले में मंत्री ने कहा कि हम सब राहुल गांधी के आदेश का अक्षरसह पालन करेंगे. बता दें कि कैंब्रिज के कार्यक्रम में छात्रा ने राहुल गांधी से हसदेव पर सवाल किया था. जिस पर राहुल गांधी ने उत्तर देते हुए कहा था कि जो आंदोलन चल रहे है वो मेरी जानकारी में है. मैं इस मामले में अपनी पार्टी के भीतर काम कर रहा हूं. जल्द ही कुछ हफ्तों में इसका असर देखने को मिलेगा.

रसोई गैस के दाम पर कहा-

रसोई गैस के दामों को लेकर चौबे बोले कि 52 रुपये के डीजल के दाम 105 रुपये कर दिए गए और उसमें महज 5 रुपये ही कम किया गया है. लेकिन जनता समझदार है, सब समझती है.

पीएम के 8 साल के कार्यकाल पर बोले चौबे

वहीं पीएम मोदी के 8 साल को लेकर चौबे ने कहा कि यदि किसानों के जीवन में परिवर्तन हुआ तो महंगाई, बेरोजगारी क्यों बढ़ी? अब तो उन्ही के पार्टी के लोग देश नहीं बिकने दूंगा के बजाय देश नहीं बचने दूंगा के नारे लगा रहे हैं.

खुद से होकर केंद्र ने कौन सी राशि दी है?

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी की उपलब्धि कुछ भी नहीं है. यदि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ का रेवेन्यू हमें दे तो केंद्र से 1 रुपये की भी जरूरत हमे नहीं पड़ेगी. 32 हजार करोड़ से भी ज्यादा की राशि केंद्र सरकार को छत्तीसगढ़ को देनी हैं. केंद्र ने अपने से होकर राज्य की मदद के लिए कौन सी राशि दी है इसका खुलासा तो करें. यहां तक हमारे ही धान से हमें एथेनॉल बनाए जाने की अनुमति भी नहीं दे रहे हैं.

पुरंदेश्वरी के अंदर कांग्रेस का डीएनए बोलता है- चौबे

डी. पुरंदेश्वरी के बयान पर मंत्री चौबे का पलटवार करते हुए कहा कि उनके बयान से तो ऐसा लगता है जैसे वो बहुत अरसे तक कांग्रेस की लीडरशिप में रही हैं. उनके अंदर कांग्रेस का डीएनए बोलता है. उन्हें कांग्रेस के बारें में टिप्पणी नहीं करना चाहिए. उन्हें अपने पार्टी की चिंता करनी चाहिए.

हाईकमान से चर्चा के बाद तय होंगे नाम

राज्यसभा को लेकर मंत्री चौबे ने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाईकमान से चर्चा के बाद नामो पर फैसला हो जाएगा. वहीं उन्होंने कपिल सिब्बल को लेकर कहा कि वे समाजवादी पार्टी में नहीं गए. पार्टी के समर्थन से राज्यसभा में नामांकन दाखिल किया है. आने वाले समय में देखते हैं क्या होगा.

इसे भी पढ़ें : लर्निंग सेंटर पहुुंचे CM बघेल, बच्चों के आग्रह पर रस्सी कूदकर दिखाया, चलाया भौंरा और गिल्ली डंडा भी खेला