अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी ने नई कार्यकारी समिति (सीडब्ल्यूसी) का ऐलान कर दिया। पार्टी हाईकमान ने इस बार कार्यकारी समिति में पंजाब से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सदस्य के रूप में शामिल किया है, जबकि पूर्व पंजाब प्रधान और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को बाहर रखा गया है।

रविवार को जारी लिस्ट में पूर्व सांसद अंबिका सोनी और सांसद मनीष तिवारी को भी जगह दी गई है। सिद्धू इन दिनों पार्टी की बजाए अपने परिवार को ज्यादा समय दे रहे हैं। ऐसे में पार्टी ने भी कुछ समय देने का फैसला किया है।

हालांकि सिद्धू ने रविवार को पंचायत चुनाव के मुद्दे पर पंजाब सरकार पर जमकर निशाना साधा। सिद्धू ने मैसेज देने की कोशिश की कि वह राजनीति में पूरी तरह सक्रिय हैं।

फरवरी 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिद्धू ही प्रदेश कांग्रेस के प्रधान थे। चुनाव में हार के बाद हाईकमान से अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को प्रधान बनाया था। सीडब्ल्यूसी में चन्नी के चयन से साफ हो गया है कि हाईकमान को अभी भी सिद्धू से ज्यादा चन्नी पर भरोसा है।

चन्नी पर भरोसा, सिद्धू की अनदेखी


कांग्रेस की नई कार्यकारी समिति में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जगह मिलने के साथ ही यह साफ हो गया है कि पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद पार्टी हाईकमान ने चन्नी पर ही भरोसा जताया है। वहीं, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के सबसे करीबी रहे नवजोत सिंह सिद्धू को पूरी तरह अनदेखा कर दिया गया है। हाईकमान ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सिद्धू से प्रदेश प्रधान पद से इस्तीफा ले लिया था। हालांकि तब यही कहा जा रहा था कि पार्टी सिद्धू को राष्ट्रीय राजनीति में उतारना चाहती है, लेकिन ताजा सीडब्ल्यूसी घोषित होने के बाद यह माना जा रहा है कि पार्टी को अब सिद्धू से ज्यादा उम्मीद नहीं रह गई। इससे पहले अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की प्रधानी में गठित की गई पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी सिद्धू को जगह नहीं दी गई थी।

AICC includes former CM Channi in CWC, excludes Navjot Singh Sidhu