स्पोर्ट्स डेस्क. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव शाजी प्रभाकरण ने कहा कि, महासंघ अपने ढांचागत सुधार के अंतर्गत महिलाओं के लिए विशेष विभाग बनाने की प्रक्रिया में है. प्रभाकरण ने वलांका अलेमाओं की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संस्था की महिलाओं की उप समिति की पहली बैठक के दौरान यह बात कही. इस बैठक में उप महासचिव सुनंदो धर, पूर्व भारतीय खिलाड़ी थोंगम तबाबी देवी और सुजाता कर भी शामिल थे.
बैठक में मुख्य कोच डेनेरबी ने भी हिस्सा लिया
भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी ने भी वीडियो कांफ्रेस के जरिए बैठक में हिस्सा लिया, जिन्हें विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. प्रभाकरण ने कहा कि, अब हम महिलाओं का अलग विभाग बनाने की प्रक्रिया में हैं. बालिकाओं के लिए ‘फेस्टिव फॉर फुटबॉल’ एक जनवरी से राज्य संघों द्वारा आयोजित किया जाएगा जो देश भर में महिलाओं की फुटबॉल को प्रोमोट करने के लिए होगा.
13 वर्ष की उम्र से ही प्रतिभाओं को तलाशना चाहिए
समिति ने सिफारिश की है कि, राष्ट्रीय टीम की और अधिक पूर्व खिलाड़ियों को एआईएफएफ की ‘स्काउटिंग विंग’ में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि वे पूरे देश से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को तलाश सकें. समिति को लगता है कि भारत को 13 वर्ष की उम्र से ही प्रतिभाओं को तलाशना शुरू कर देना चाहिए और फिर उन्हें तराशना चाहिए.
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