शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के कई शहरों में हवा की सेहत खराब होते हुए नजर आ रही हैं। राजधानी भोपाल में स्थिति यह है कि लोग दिवाली की रात से भी ज्यादा प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं। इससे शहर में AQI 326 तक पहुंच गया हैं। वहीं सिंगरौली में 250 से ज्यादा, उज्जैन में 220 पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स पहुंच गया हैं। हवा की खराब गुणवत्ता को लेकर कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा ने कलेक्टर आशीष सिंह, निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए. समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

मध्यप्रदेश के इन शहरों में हवा हुई खराब
भोपाल की हवा प्रदूषित हो रही है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 326 तक जा पहुंचा हैं। वहीं सिंगरौली में 250, उज्जैन में 220 पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स पाबुभ गया है। इसके साथ ही ग्वालियर में 264 एयर क्वॉलिटी इंडेक्स देखा गया। बतादें कि, 200 से ज्यादा AQI होने पर हवा को माना खराब जाता हैं।

AQI को कितनी कैटेगरी में बांटा गया है?
देश में AQI को स्तर और रीडिंग के हिसाब से 6 कैटेगरी में बांटा गया है। पहली 0-50 के बीच AQI का मतलब अच्छा यानि वायु शुद्ध है। दूसरी 51-100 के बीच मतलब वायु की शुद्धता संतोषजनक हैं। तीसरी 101-200 के बीच ‘मध्यम– 201-300 के बीच ‘खराब’। चौथी 301-400 के बीच बेहद खराब। पांचवी 401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी।

हवा की खराब होते गुणवत्ता से प्रशासन चिंतित
हवा की खराब गुणवत्ता ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी हैं। इसे देखते हुए कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा ने कलेक्टर आशीष सिंह, निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए. समेत अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग ली। जिसमें उन्होंने कलेक्टर से भोपाल में धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करने को कहा है। जिससे, एक्यूआई में सुधार आ सके।

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कमिश्नर डॉ. शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर में पीयूसी (Pollution Under Control) की संख्या बढ़ाई जाए और राजधानी की सभी सीमाओं से गुजरने वाले गाड़ियों के प्रदूषण स्तर की जांच की जाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी पेट्रोल पंप पर पीयूसी संचालित करने के लिए भी कहा है।

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कमिश्नर डॉ. शर्मा ने निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि धूलकण हवा में नहीं जाने से रोकने के लिए हरी नेट लगानी चाहिए। इसके साथ ही मानक बनाए रखने के लिए समय-समय पर पानी का छिड़काव भी किया जाए। उन्होंने सभी तरह के ईधन से होने वाले धुएं के स्त्रोत का पता लगाने और इधर-उधर कचरा जलाना तत्काल रूप से प्रतिबंधित करने के लिए भी कहा है।

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