कपिल मिश्रा, शिवपुरी। ये तस्वीर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोल रही है। जहां पिछोर के स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर द्वारा घायल युवक का उपचार टॉर्च की रोशनी में किया गया। जब बात नहीं बनी तो डॉक्टर मरीज को अस्पताल के प्रांगण में ले गए और वहां घायल युवक के टांके लगाए गये।
जानकारी के अनुसार जिस समय घायल युवक पिछोर के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा उस समय अस्पताल की बत्ती गुल और जनरेटर चालू होने की स्थिति में नहीं थी, जिसके कारण घायल का उपचार टॉर्च की रोशनी में ही करना पड़ा।
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दरअसल पिछोर के खेल मैदान पर दो युवक आपस में झगड़ पड़े थे। झगड़े में हुए घायल युवक को पुलिस एमएलसी कराने पिछोर के स्वास्थ्य केंद्र ले कर पहुंची थी जहां घायल युवक का उपचार बिजली न होने के अभाव में टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा। जब बात नहीं बनी तो घायल युवक को अस्पताल के प्रांगण में ले जाकर टांके लगाए गए।
पिछोर के अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जनरेटर अभी नया आया है जिसके कनेक्शन जल्द ही करवा दिए जाएंगे। अस्पताल की इस कमी को भी जल्द दूर कर लिया जाएगा।
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