प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। कबीरधाम की घटना को लेकर बीजेपी नेता अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा कवर्धा पहुंचे थे. जहां उन्हें पुलिस ने हालातों के मद्देनजर नगर में प्रवेश करने से पहले ही रोक दिया था. इस दौरान कवर्धा पहुंचे अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा से जब SP ने पूछा कि क्या जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी देंगे तो दोनों ने इनकार कर दिया था.

दरअसल, बीजेपी नेता अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा गिरफ्तार किए गए बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इसके साथ ही दुर्ग रेंज आईजी विवेदानंद सिन्हा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की मांग पर डटे थे. इसके बाद नगर में प्रवेश को लेकर SP मोहित गर्ग ने पूछा कि क्या जेल भरो के तहत गिरफ्तारी देने आए हैं, तो उन्होंने मना कर दिया और वहां से चले गए थे. वहां से जाने के बाद अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद के खिलाफ दशरंगपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.

दरअसल, कवर्धा विवाद मामले में अपनी टिप्पणियों की वजह से सुर्खियों में आए दुर्ग आईजी विवेकानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने भाजपा नेता कवर्धा पहुंचे थे. जहां वे दशरंगपुर थाने में आवेदन दिया. यही नहीं भाजपा नेता अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा और विजय शर्मा ने डीजीपी को पत्र लिखकर आईजी की भूमिका पर सवाल उठाया था.

बता दें कि कवर्धा में मचे बवाल पर दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा था कि भाजपा ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन का ज्ञापन दिया था, लेकिन अचानक उन्होंने भीड़ इकट्ठा कर ली. लोगों को बाहर से बुलाया गया. माहौल खराब किया गया.

उन्होंने कहा था कि ये सुनियोजित तरीके से अस्थिरता फैलाने की साज़िश थी. बाहर से लोगों को बुलाया गया था. जो बात अभी तक की जांच में सामने आई है, उसके मुताबिक रायपुर, राजनांदगांव, धमतरी, मुंगेली, बेमेतरा से लोगों को बुलाया गया था. उन्होंने कहा था कि प्रशासन की टीम आरोपियों को चिन्हांकित कर रही है, विवाद मामले में अभी कार्रवाई जारी है.