नितिन नामदेव, रायपुर. पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सोमवार को एकात्म परिसर में धान खरीदी के मामले में प्रेसवार्ता की. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि, दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल आए थे, चूंकि धान छत्तीसगढ़ के लिए महत्वपूर्ण हैं. मुख्यमंत्री धान खरीदी को लेकर आधी-अधूरी और राजनीतिक बात करते हैं. धान खरीदी उनके एजेंडे में नहीं है. एक करोड़ 60 लाख मीट्रिक टन धान लेने का पहले केंद्र ने कहा है. 86 लाख टन धान केंद्र द्वारा लेने पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि, विश्व युद्ध चल रहा है इसलिए केंद्र धान ले रहा है. कोई एहसान नहीं कर रहे हैं. 11 लाख मीट्रिक टन में धान में 14 लाख टन धान बना लेते हैं, ये उनका कौन सा जादू है ? कहां से वो धान लाएंगे पीडीएस के लिए ?

अजय चंद्राकर ने कहा कि अपने उत्पादक विभाग का अकड़ा सुधरवा दीजिए. फिर धान खरीदिए. आपको परेशानी क्या है ? आप धान तस्करी को बढ़ावा देने के लिए बायोमेट्रिक का विरोध कर रहे हैं. 28 महीने कोरोना में 5 किलो चावल कौन खाया है. मुख्यमंत्री उसकी जांच कराएंगे क्या ? 24 मार्च को जांच रिपोर्ट विधानसभा में रखी जानी चाहिए थी. नगदी में कितनी वसूली हुई,
अनियमित्ता के खिलाफ FIR करवाएंगे क्या ? सीएम महादेव सट्टा मामले में बयान देते हैं मानो जैसे वे पुलिस के प्रवक्ता हों ?

चंद्राकर ने आगे कहा कि हम लोग नारा लगाते हैं, अभी तो ये अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है. चुनाव नजदीक है तो अंगड़ाई लेना शुरू किए हैं, राज्य सरकार को सफाई दे रहे हैं. रामकुमार यादव के लिए सफाई दे रहे है, डीएमएफ के काम का है, राज्य सरकार आधी सफाई दे रही है, सफाई और संरक्षण सभी विधायकों को मिलना चाहिए.

भिलाई हत्याकांड में सीएम बघेल के “सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया है“ वाले बयान पर अजय चंद्राकर ने कहा कि वहां की कानून व्यवस्था लापता है तो ट्वीट क्यों कर रहे हैं, यह मान लेना चाहिए कि एक निहत्थे को पांच लोगों ने मारा है. धार्मिक रंग क्या है यह भिलाई की जनता से पूछें वे, मंत्रियों को वहां जाने की फुरसत नहीं है. प्रेस में बयान देने की फुरसत है. इससे बड़ी शर्मिंदगी क्या हो सकती है.

पूर्व मंत्री ने कहा कि जब सरकार व्यापार करने लगती है तब कानून व्यवस्था समाप्त हो जाती है. ये सरकार व्यापारी सरकार है. लाभ हानि पर चलने वाली सरकार है. पैसा कहां से आ सकता है, डिमांड ज्यादा है आपूर्ति कम. इसके कारण कांग्रेस का ध्यान अन्य विषयों में नहीं है. प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भाजपा के स्टैंड लेने की बात पर उन्होंने कहा कि भाजपा क्या स्टैंड लेगी, उनकी रथ यात्रा चल रही है, जनता दिन गिन रही है कि कब नोटिफिकेशन आए और पोलिंग हो और फिर रिजल्ट आए. सीएम बघेल के “भाजपा भीड़ नहीं जुटा पाई है“ वाले बयान पर चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के सम्मेलन में भीड़ जुटाए थे पर लाखों गाय मर गई, करोड़ों रुपये दिए थे रैली में आने के लिए और दारु पीने के लिए. हमारे में कम हो या ज्यादा हो पर क्वॉलिटी है, जनता की भागीदारी के साथ कार्यक्रम कर रहे हैं.

सीएम भूपेश बघेल के वन नेशन वन इलेक्शन वाले बयान पर चंद्राकर ने कहा कि सीएम जो अनुमान लगाएंगे वैसे ही सत्र चलेगा क्या ? वे निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं, कितनी मान्यताओं को तोड़ा है. यहां संभाल नहीं पाए है, उनके हिसाब से एजेंडा तय नहीं होगा. CWC की बैठक पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि CWC का एक ही है एजेंडा है, दामाद को भेंट करना और बेटे को सेट करना.

CWC की बैठक में छत्तीसगढ़ मॉडल को आगे रखकर काम करने पर चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ मॉडल क्या है? गोबर चोरी..? राम भगवान में भी कमीशन खाना है, क्या यह भी छत्तीसगढ़ मॉडल है ? हमारे आरोप पत्र पर बहस कर लें, अपने जनघोषण पत्र पर बहस कर लें, धन गरीबी से लेकर आखिरी बिंदु तक में बहस कर लें.

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