रायपुर। भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने जबान ए उर्दू में कोरोना तबलीग करने की तोहमत तब्लीगी जमात पर लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कटघरे में खड़ा किया। उर्दू अल्फाज़ो के साथ ट्वीट करते हुए चन्द्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने इल्म का जौहर दिखाने को कहा। तो इस पर काँग्रेस नेता अजय साहू ने असदुद्दीन ओवेसी के साथ फ़ोटो शेयर कर करके लिख दिया कि ये उर्दू की कहाँ से दीक्षा हुई, ये पता चल गया।


अजय साहू ने चंद्राकर के कुछ पुराने फोटो शेयर कर दिए। जिसमें अजय चंद्राकर कट्टर मुस्लिम नेता ओवेसी के साथ गहन चर्चा में हैं। इन चित्रों में अजय चंद्राकर के साथ भाजपा नेता प्रेम प्रकाश पांडेय और शिव रतन शर्मा भी हैं। सभी मुस्कुराते हुए बतिया और फ़ोटो खिंचा रहे हैं। बताया जा रहा है फ़ोटो कुछ महीने पहले की हैं। जब ये तीनों नेता दिल्ली गए थे। दिल्ली के संसद में इन दोनों की ओवेसी से राजनीति पर गंभीर मंत्रणा भी हुई।


अजय साहू ने लिखा है कि ये पता चल गया कि अजय चंद्राकर को उर्दू की दीक्षा कहाँ से मिली है। उन्होंने इससे पहले अजय चंद्राकर पर व्यंग करते हुए लिखा कि चंद्राकर की उर्दू जमातियों से भी बेहतर है।

गौरतलब है कि ओवेसी तब्लीगी जमात से ताल्लुक नहीं रखते लेकिन उस आबादी के वो कट्टर नेता के रूप में शिनाख्त हैं जिन्हें बीजेपी नेता खूब कोस रहे हैं।


इस पोस्ट पर चंद्राकर को सिर्फ साहू ने नहीं घेरा बल्कि कई लोगों ने घेर लिया। कांग्रेस के ही सागर सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस के लोग न नसबंदी कांड पर हंसते हैं और न ही पितृ पुरुष की शोक सभा में हंसी-ठिठौली करते हैं ।