विक्रम मिश्र, लखनऊ. विगत दिनों झांसी मेडिकल कॉलेज में अग्नि कांड से 17 नवनिहालों की जलकर हुई दर्दनाक मृत्यु की हृदय विदारक घटना के बाद यह आइने की तरह साफ हो गया है कि मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा मानकों के साथ किस तरह से खिलवाड़ किया गया और वहां किस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त था. उक्त घटना की आज शासन से आई जांच रिपोर्ट से स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार जिस तरह की सिर्फ दिखावटी कार्यवाही कर अपनी छाती पीट रही है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि सरकार की संवेदनहीनता इस बात से समझी जा सकती है कि इस दुखद अग्निकांड के मुख्य आरोपी झांसी मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य नरेन्द्र सिंह सेंगर जो कि सत्ता के करीबी हैं, उन्हें सरकार द्वारा बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है.
अजय राय ने कहा कि योगी सरकार कार्यवाही के नाम पर सिर्फ दिखावे के लिए कुछ छोटे कर्मचारियों को निलंबित कर अपना पल्ला झाड़ लेना चाहती है. जबकि इतने गंभीर और बड़े आपराधिक कृत्य के बाद न जिम्मेदारों पर एफआईआर दर्ज हुई और न ही अभी तक किसी दोषी को पकड़ा गया है. छोटे-छोटे अपराधों में घरों पर बुल्डोजर चलवा देने वाली एवं निर्दाेषों को भी जेल में ठूंसने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार पता नहीं किस कारण से झांसी अग्निकांड के आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है.
सरकार लीपापोती कर रही- अजय राय
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा है कि वह स्वयं घटना स्थल पर गये थे. सरकार इस दुखद घटना की लीपा पोती कर रही है. जबकि घटना के मूल आरोपी वहां के कार्यवाहक प्राचार्य नरेन्द्र सिंह सेंगर जो कि सत्ता के करीबी हैं, सरकार उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि नरेन्द्र सिंह सेंगर को तत्काल बर्खास्त किया जाए और बिना देरी किए उनकी गिरफ्तारी की जाए. अजय राय ने कहा कि इतने दर्दनाक हादसे के बाद भी अगर स्वास्थय मंत्री जी आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं तो यह बहुत ही शर्मनाक है और हम ऐसे संवेदनहीन मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं.
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