लखनऊ. कांग्रेस के विधानसभा घेराव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत का मामला गरमाया हुआ है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने इसे लेकर सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि प्रभात पांडेय की मौत के मामले में यूपी कांग्रेस पूरी तरह से पुलिस का सहयोग करेगी. लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस की ओर से की गई बैरिकेडिंग और कांटे वाली बेरीकेडिंग गलत थी. जो कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने के लिए लगाई गई थी. अजय राय ने आरोप लगाया कि बैरिकेडिंग से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हत्या करने की कोशिश की गई थी.

अजय ने बताया कि जब उनके कार्यकर्ता आगे बढ़े तो पुलिस ने बल का प्रयोग किया, लाठियां और जूते मारे गए और कार्यकर्ताओं को पीटा गया. जिससे कई लोग घायल हुए. हालांकि, चोट के निशान नहीं थे, लेकिन अजय राय ने कहा कि दम घुटने (सफोकेशन) की वजह से प्रभात की मौत हुई है. क्योंकि भारी भीड़ में किसी को दबा दिया गया होगा और इसके कारण सांस लेने में दिक्कत हुई.

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अजय राय ने प्रशासन पर असंवेदनशीलता और लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना के कारण ही प्रभात पांडेय की मौत हुई. उन्होंने ये भी बताया कि अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए जब वे घर जा रहे थे, तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे प्रशासन की संवेदनहीनता का भी खुलासा होता है. जिस पर अजय ने सवालिया निशान खड़े किए हैं. उनका कहना है कि किसी की अंत्योष्टि में जाने से कोई किसी को कैसे रोक सकता है?