रायपुर. विधानसभा चुनाव में तीसरी शक्ति के तौर पर उभर के आए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने कहा कि चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन इतना खराब नहीं होता तो हमारी पार्टी सत्ता में सहभागी होती. भाजपा के इतने खराब प्रदर्शन की किसी ने भी कल्पना नहीं की थी. इस चुनाव में तो ऐसा लगता है जनता ने भाजपा को हराने का बीड़ा उठा लिया था.
अजीत जोगी ने रायपुर स्थित अपने सागौन बंगला में पुत्र अमित जोगी, विधान मिश्रा, नितिन भंसाली, इकबाल अहमद रिजवी व अन्य के साथ पत्रकारों से चर्चा की शुरुआत शेरो-शायरी से करते हुए कहा कि वो चिरागे और होंगे जो तेज हवाओं में बुझते हों.. हमने तो जलने का हुनर ही तूफानों से सीखा है. उन्होंने विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस के प्रदर्शन की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे पास 7 सीटे है, और 7 सीटों में बहुत कम अंतर से हारे हैं. वहीं 15 सीटों पर हमें 30 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं. वहीं प्रदेश की 11 लोकसभा सीट में से बिलासपुर और जांजगीर सीट में राष्ट्रीय दलों से ज्यादा वोट मिला है.
पार्टी के पास पैसे और संसाधनों की कमी
उन्होंने कहा कि दो साल पहले हमारी पार्टी को क्षेत्रीय दल के तौर पर रजिस्टर किया गया और दो महीने पहले ही चु्नाव चिन्ह. हमने चुनाव आयोग से नियम की व्यवहारिकता को लेकर अनुरोध किया कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में दो महीने में पहुंचना मुश्किल है. ऐसे में लोगों के बीच जनता कांग्रेस, जोगी कांग्रेस में तब्दील हो गया और जोगी मतलब पंजा. मैने मरवाही में भी ऐसी स्थिति देखी. चुनाव में हमारा मुकाबला 150 साल के इतिहास वाली पार्टी और 15 साल से सत्ता में बरकरार राष्ट्रीय दलों से था. इनके मुकाबले में हमारे पास पैसे और संसाधन की कमी थी.
पार्टी का नाम बदलने के दिए संकेत
जोगी ने कहा कि चुनाव के दौरान हमने ये सीखा कि हमे अपनी पहचान कांग्रेस से अलग स्थापित करना होगा. हमारी वजह से कांग्रेस को फायदा न हो. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी के गठबंधन के साथ राष्ट्रीय राजनीति में भी आएंगे. आने वाले दिनों में होने वाले नगरीय और पंचायत चुनाव के लिए भी उम्मीदवार उतारे जाएंगे. अधिक चुनाव लड़ेंगे तो हम पहचान में आएंगे. इसके अलावा छात्रों को राजनीति के लाने के लिए छात्र संगठन के चुनाव में भी पार्टी भाग लेगी.
संपूर्ण कर्ज माफी का वादा निभाए कांग्रेस सरकार
जोगी ने कहा कि संपूर्ण कर्ज माफी को देखकर प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को इतना बड़ा जनादेश दिया है. हमारा दायित्व बनता है कि वादों को पूरा कराने के लिय सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाए. राहुल गांधी ने हर प्रकार के कर्ज माफी की घोषणा की थी, पर कमर्शियल बैंकों और साहूकारों से लिया गया कर्ज माफ नहीं किया गया है. कोई टाइम लिमिट नहीं देना चाहते पर कांग्रेस सरकार अपना वादा पूरा करे. अगर वादा पूरा नहीं हुआ तो पुरजोर विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले मंत्रिमंडल में एक दलित और एक आदिवासी चेहरा होना चाहिए था. आने वाले मंत्रिमंडल के विस्तार में स्थान देना चाहिए. सरकार बनी आदिवासी और दलितों के कारण और पहले मंत्रिमण्डल में इन दोनों को जगह नहीं मिली.