रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी के विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने मंगलवार को जनता कांग्रेस छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया. दिवंगत अजीत जोगी के बहुत ही करीबी ज्ञानेंद्र उपाध्याय के हाथों में उनके चुनाव की कमान हुआ करती थी. उनका कांग्रेस में वापस जाना जनता कांग्रेस और अमित जोगी के लिये बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है.

ज्ञानेंद्र उपाध्याय 1980 से सक्रिय राजनीति में है, ये मरवाही क्षेत्र से जनपद अध्यक्ष व मंडी अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इन्होंने अब तक मरवाही में 7 विधानसभा और लोकसभा चुनाव का सफल संचालन किया है. ये भंवर सिंह पोर्ते के वक़्त से चुनाव का काम करते आ रहे हैं.

ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने कांग्रेस प्रवेश के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यों से प्रभावित हो विशेष रूप से किसानों के लिये किये गये कार्यों से प्रभावित हो आज अपनी मूल पार्टी कांग्रेस वापसी कर रहा हूं. ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने कहा कि मैं पिछले 20 सालों से अजीत जोगी के साथ रहा अब वो इस दुनिया में नहीं है और अमित जोगी के साथ काम नहीं कर सकता हूँ.