Ajmer News: ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स में शामिल होने के लिए पाकिस्तान से 89 जायरीन का जत्था मंगलवार तड़के अजमेर पहुंचा। इनमें 87 जायरीन और पाकिस्तान दूतावास के 2 अधिकारी शामिल हैं। यह जत्था सवा तीन बजे चेतक एक्सप्रेस के विशेष एससी कोच में अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचा।

कड़ी सुरक्षा के बीच ठहराव
जायरीन को रेलवे स्टेशन पर भारी सुरक्षा घेरे में लिया गया। आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही उन्हें अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया। स्टेशन पर उनकी गिनती और मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद रोडवेज बसों के जरिए सेंट्रल गर्ल्स स्कूल ठहराव स्थल पर पहुंचाया गया। ठहराव के दौरान भी सीआईडी और खुफिया पुलिस की निगरानी जारी रहेगी।
ख्वाजा की दरगाह पर सुकून की तलाश
पाकिस्तान के विभिन्न शहरों और प्रांतों से आए जायरीन ने अजमेर की धरती पर कदम रखते ही अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ख्वाजा के दर पर आकर उन्हें रूहानी सुकून मिलता है।
सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा की मौजूदगी में जायरीन की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती गई। रेलवे स्टेशन पर GRP के डिप्टी एसपी रामावतार, अजमेर मंडल वाणिज्य प्रबंधक विवेकानंद शर्मा और RPF के वरिष्ठ अधिकारी भी तैनात रहे।
जायरीन की संख्या में गिरावट
इस बार पाकिस्तानी जायरीन की संख्या में गिरावट देखी गई है। पिछले साल के उर्स में लगभग 232 पाकिस्तानी जायरीन शामिल हुए थे, जबकि इस बार यह संख्या केवल 89 रही। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान से आया यह जत्था चार दिन अजमेर में रुकेगा और 10 जनवरी को शताब्दी एक्सप्रेस के माध्यम से वापस लौटेगा।
पढ़ें ये खबरें
- ‘विपक्ष के सांसद भी हमारे साथ खड़े’, उपराष्ट्रपति चुनाव में सी.पी. राधाकृष्णन की जीत पर NDA नेताओं का बड़ा बयान, राजद सांसद मनोज झा ने कही ये बात
- पितृपक्ष में खरीदारी पर नियम, जानिए किन चीजों पर है रोक और किन पर नहीं …
- बिजली दरों में बढ़ोतरी का विरोध : बिजली ऑफिस में तालाबंदी कर कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन, बिजली चोर गद्दी छोड़ के लगाए नारे
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कोलकाता में निवेश संभावनाओं पर की चर्चा, स्वदेशी और सुशासन पर दिया जोर, इंटरेक्टिव सेशन को किया संबोधित
- आदिवासियों का अनिश्चितकालीन धरना, सरकार के फैसलों पर उठाए सवाल, कहां मांग नहीं मानी तो दे देंगे जान