रायपुर। झीरम नक्सल हत्याकांड के 7 साल गुजर चुके हैं. हाल ही में सातवीं बरसी मनाई गई थी. इस नक्सल हमले में बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा की निर्मम हत्या कर उनके पीएसओ से AK-47 हथियार लूट लिया गया था. जिसे राजनांदगांव जिले के मानपुर में बीते दिनों हुए मुठभेड़ में मारे गए चार हार्डकोर नक्सलियों के पास से बरामद किया गया है. इसकी पुष्टि एसपी जितेंद्र शुक्ला ने की है.

इस मामले लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि 7 मई को मानपुर में हुए एनकाउंटर में एक एसएलआर AK-47 सहित 4 गन बरामद हुई थी. जिसमें से डिटेल्स निकलने पर पता चला कि AK-47 महेंद्र कर्मा के पीएसओ के नाम पर इश्यू हुआ था.

डीवीसी अशोक के हाथों में थी एके 47 ?

परदोनी मुठभेड़ के दरमियान मारे गए चार में एक माओवादी अशोक उर्फ बल्ली जो कि बस्तर का ही मूल निवासी था. उसका भी शव  बरामद हुआ था. अशोक सभी मारे गए नक्सलियों में सबसे बड़ा कैडर था. जाहिर सी बात है कि बड़े नक्सल लीडर ही एके-47 जैसे बड़े हथियार बड़े माओवादी कैडरों के हाथों में होती है. ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि डिविजनल कमेटी सदस्य अशोक ही इस एके-47 को लेकर चलता था.

बता दें कि 25 मई 2013 में झीरम नक्सल हत्याकांड में नक्सलियों ने 31 कांग्रेसी नेताओं को मौत के घाट उतार दिया था. जिसमें महेंद्र कर्मा के पीएसओ सियाराम सिंह की हत्या कर हथियार भी लूट लिया गया था.