रायपुर. मोहम्मद अकबर ने तेंदूपत्ता बीमा पर भाजपा के चार विधायकों के श्वेत पत्र जारी करने की मांग पर करारा जवाब दिया है. अकबर ने कहा कि पहले ये विधायक जाकर उस पत्र का जवाब दें जो उन्होंने पहले जारी किया है.
अकबर ने फिर से भाजपा नेताओं को कोई दस्तावेज़ लाने की चुनौती दी है.
गौरतलब है कि इस मसले पर अकबर ने दस्तावेज़ सामने रखकर बताया था कि तेंदुपत्ता श्रमिकों का बीमा केंद्र सरकार ने बंद किया. इसके बाद भाजपा के बृजमोहन खेमे के चार विधायकों ने बयान जारी कर इस मसले पर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है.
मोहम्मद अकबर ने कहा कि तेंदुपत्ते के मसले पर भाजपा केवल बयानबाज़ी कर रही है. अकबर ने कहा कि उन्होंने जो पत्र जारी किया था उसमें भारत सरकार के आधिपत्य वाली बीमा कंपनी ने साफ लिखा है कि ये योजना बंद की जा रही है, संचालित नहीं की जा सकती है. अकबर ने कहा कि अगर उनके पास किसी प्रकार का कोई ऐसा दस्तावेज है जिसमें यह प्रमाणित होता है कि बीमा का प्रीमियम राज्य सरकार ने नहीं पटाया है तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए.
अकबर ने कहा कि ये मामला केवल छत्तीसगढ़ का नही है. योजना पूरे देश में बंद कर दी गई है. उन्होंने कहा कि इसके प्रीमियम के लिए बजट में भी प्रावधान किया गया था. जिसे बाद में केंद्र सरकार द्वारा योजना बंद करने के बाद इसे बंद करना पड़ा. उन्होंने कहा कि ये पत्र उन्होंने सार्वजनिक किया है. उन्होंने कहा कि कोरी बयानबाज़ी ही करनी है तो करते रहें.