अमृतसर। अकाली दल की कार्यकारिणी की चंडीगढ़ में हुई बैठक में सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर किया गया. वहीं अन्य नेताओं द्वारा दिए गए इस्तीफे पहले ही रद्द किए जा चुके हैं. मार्च महीने में अकाली दल को नया अध्यक्ष मिल जाएगा.
जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के पुनर्गठन के लिए बनाई गई 7 सदस्यीय कमेटी के अभी भी सक्रिय होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 2 दिसंबर को जारी आदेशों के पालन में अभी भी देरी हो रही है, जो नहीं होनी चाहिए.
जत्थेदार ने कहा कि अगर 7 सदस्यीय कमेटी का जिक्र नहीं किया गया और उसे सक्रिय नहीं बनाया गया, तो यह स्पष्ट है कि 2 दिसंबर को दिए गए आदेशों का पूर्ण रूप से पालन नहीं किया जा रहा था. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि कार्यकारी समिति सक्रिय बनी रहे और दिए गए आदेशों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
नए सदस्य जोड़ने में जुटा अकाली दल
सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा मंजूर होने के बाद अकाली दल लगभग डेढ़ महीने तक बादल परिवार के हाथों में नहीं रहेगा. सुखबीर बादल 2008 से इस पद पर थे. हालांकि, अकाली दल में चुनाव हर 5 साल में होते हैं, लेकिन अब तक उन्हें इस्तीफा नहीं देना पड़ा था.
फिलहाल, पार्टी का ध्यान नए सदस्य जोड़ने पर केंद्रित है. पार्टी का लक्ष्य इस दौरान 25 लाख लोगों को अपने साथ जोड़ने का है. यह सदस्यता अभियान 20 फरवरी से शुरू होगा. मार्च महीने में अकाली दल को नया अध्यक्ष मिल जाएगा.
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