दिल्ली। मोदी सरकार को उस वक्त तगड़ा झटका लगा जब उसकी विश्वसनीय सहयोगी अकाली दल ने उससे कृषि बिल के विरोध में रिश्ता तोड़ लिया।
दरअसल, मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल का पूरे देश में जमकर विरोध हो रहा है। खासकर पंजाब और हरियाणा में तो किसान इस बिल को लेकर काफी उग्र हैं। किसानों का साथ विपक्ष भी इस आंदोलन में दे रहा है। अब भारतीय जनता पार्टी के 22 साल पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने कृषि बिल के विरोध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि एनडीए से 22 साल पुराना नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है।
गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल इस कृषि बिल का विरोध कर रहा है। विरोध के चलते अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पहले ही केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। अब अकाली दल ने कृषि बिल के विरोध में एनडीए से अलग होने का फैसला लिया है। अकाली दल सरकार का भरोसेमंद सहयोगी रहा है और शिवसेना के बाद अकाली दल दूसरी ऐसी महत्वपूर्ण पार्टी है जिसने भाजपा का साथ छोड़ा है।