समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बहराइच हिंसा को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि बहराइच में हुई सांप्रदायिक हिंसा के पीछे सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी का हाथ है. अखिलेश यादव ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पीडीए के नाम से विपक्षी घबरा गए हैं. भाजपा तो पीडीए का नाम भी भूल गई है. सपा के विकास को रोकने का काम भाजपा ने किया है.

अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम से भाजपा के कई काम रुक गए हैं. केंद्र सरकार सभी संस्थाओं से अपनी मर्जी से काम कराना चाह रही है. भाजपा किसी भी नेता को गिरफ्तार करा सकती है. एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि करहल की जनता के सामने मशीनरी का कोई दुरुपयोग नहीं हुआ. कांग्रेस से टिकट बंटवारे को लेकर कहा कि यह आपसी मामला है. हम हल निकाल लेंगे.

इनके पास समय नहीं है- अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर में इंटरनल सर्वे में बीजेपी हार रही थी, इसलिए चुनाव रोका गया. बार-बार मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों के बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है. भाजपा किसी को न्याय नहीं दे सकती है. इस बार जनता पूरा हिसाब-किताब करेगी. ये सरकार जाने वाले लोगों की है. उनके पास समय नहीं है. उपचुनाव में जनता इन लोगों को हराकर विदाई का रास्ता खोल देगी.

जनता पर नहीं हो रहा सभाओं का असर- अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि करहल में भी पिछले दो महीने से मुख्यमंत्री सहित सरकार के तमाम मंत्रियों ने सभाएं की. लेकिन जनता पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा. भाजपा को कोई दमदार प्रत्याशी नहीं मिल रहा है. करहल की जनता नेता के नाम पर तेजप्रताप को ऐतिहासिक विजय दिलाएगी. तेजप्रताप के नामांकन के समय पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहे.