लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या में नाबालिग से दुष्कर्म मामले को लेकर सरकार और न्यायालय से मांग की है। उन्होंने सरकार से बलात्कार पीड़िता के लिए चिकित्सीय प्रबंधन कराने और न्यायालय से अपने पर्यवेक्षण में सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की है। अखिलेश ने कहा कि राजनीतिकरण करने का मंसूबा कामयाब नहीं होना चाहिए।

दरअसल, अयोध्या जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र में 12 साल की नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया था। आरोपियों ने नाबालिग का पहले अश्लील वीडियो बनाया था। नाबालिग के साथ कई बार दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले का खुलासा तब हुआ था जब नाबालिग गर्भवती हो गई थी। 2 साल पहले ही नाबालिग के पिता की मौत हो चुकी है। लगभग ढाई महीने पहले नाबालिग खेत से मजदूरी करके लौट रही थी।

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आरोपी के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, पीड़िता को पांच लाख की आर्थिक सहायता

इस दौरान आरोपी राजू ने उससे कहा था कि बेकरी मालिक मोइद खान उसे मिलने के लिए बुलाया है। मोइद ने नाबालिग से दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बना लिया। राजू ने भी उसके बाद दुष्कर्म किया। पुलिस ने पहले इस मामले को दबाने की कोशिश की, जब मामला तूल पकड़ा तो पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया। कल शनिवार दोपहर मामले में मुख्य आरोपी मोइद खान के अवैध निर्माण बुलडोजर चला तो शाम होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से पीड़िता को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।

सियासत जारी

अयोध्या दुष्कर्म मामले को लेकर सियासत गरमा गई। समाजवादी पार्टी जहां बीजेपी सरकार पर हमलावर है तो वहीं भाजपा ने इस घटना के मुख्य आरोपी को सपा सांसद का करीबी बताया है। सपा की ओर से पीड़िता और आरोपी के नार्को टेस्ट की मांग की गई। वहीं अखिलेश यादव ने कहा है कि बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।

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अखिलेश यादव ने की ये मांग

सपा अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा- बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है। माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।