समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया को घमंडिया कहने वाले खुद सबसे बडे़ घमंडी हैं। इंडिया गठबंधन में जितने भी दल और नेता हैं वे अपने राज्यों में बहुत ताकतवर हैं। लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन भाजपा गठबंधन को केन्द्र की सत्ता से हटाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर तरह-तरह की बातें करने वाली भाजपा खुद कितनी कमजोर है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जो दल कुछ भी नहीं है उनके साथ भी वह गठबंधन को तैयार है। जो दल भाजपा को दिन रात कोसते थे और तमाम तरह के आरोप लगाते थे उनके भी सामने उसे झुकना पड़ रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भाजपा उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा ऐसे दलों के सामने झुकी हुई है, जो उसे दिन रात बुरा भला कहते है। उन्होंने कहा कि दूसरों पर उंगली उठाने वाली BJP को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। भाजपा अपनी कमियां छुपाती है और दूसरों पर उंगली उठाती है। आज भाजपा देश की सबसे बड़ी परिवारवादी पार्टी है। उसकी सूची बहुत लम्बी है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी भी खुद परिवारवाद की वजह से गोरखपुर से सांसद बने और गोरक्षनाथ पीठ के महंत बने। उन्होंने कहा कि जो लोग हमारे ऊपर परिवारवाद का आरोप लगाते हैं वे लोकतंत्र में चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं। पार्टियों में अध्यक्ष कार्यकर्ताओं के द्वारा चुनकर बनते हैं और लोकसभा और विधानसभाओं में जनता चुनकर भेजती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के बनाये संविधान को नुकसान पहुंचा रही है। डॉ राम मनोहर लोहिया के सपनों को तोड़ रही है। लोकतंत्र को खत्म कर रही है। देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने, गरीबों, किसानों और नौजवानों को उनका हक दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी लड़ाई लड़ रही है। भाजपा ने 2014 से चुनाव लड़ने का तरीका बदल दिया है। इसलिए समाजवादी पार्टी ने भी पिछले चुनाव में बड़े दिल के साथ गठबंधन किया और भाजपा का मुकाबला किया।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता ने समाजवादी पार्टी को नहीं हराया था। हम मैनेजमेंट की वजह से चुनाव हारे। भाजपा ने बेईमानी और चोरी से विधानसभा चुनाव जीता। भाजपा ने चुनाव आयोग से मिलकर धांधली की। उन्होंने कहा कि हर गठबंधन में हमें कुछ न कुछ सिखाया है। समाजवादियों का वोट कभी कम नहीं हुआ। हर चुनाव में सपा का वोट बढ़ा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने चुनाव के दौरान चुनाव आयोग में जितनी भी शिकायते की, किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जानबूझकर समाजवादी पार्टी समर्थकों के वोट काटे गए। चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि ज्यादा से ज्यादा वोट पड़े। मतदाता सूची से क्यों यादव और मुस्लिम के वोट काट दिये गये। सन् 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट डालने वाले हजारों मतदाताओं के नाम सन् 2022 के विधानसभा चुनाव में काट दिए गए थे। समाजवादी पार्टी ऐसे लगभग 18 हजार वोटरों की सूची चुनाव आयोग को दी थी। इसकी चुनाव आयोग में शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे देश में 85 प्रतिशत आबादी गरीबों की है। उनके बारे में सोचना पड़ेगा। जातीय जनगणना से ही उन्हें न्याय मिल सकेगा। डॉ0 राममनोहर लोहिया और डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के सामाजिक न्याय का सपना तभी पूरा होगा। जब समाज में अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का सपना दिखा रहे हैं लेकिन इसके लिए ग्रोथ रेट कितनी होनी चाहिए यह नहीं बताते। नीति आयोग के सभी मानकों में उत्तर प्रदेश पिछड़ा जा रहा है। भाजपा सरकार जनता को सपना दिखाना बंद करें।
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