केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आम बजट (Budget-2025-26) पेश कर दिया है. निर्मला सीतारमण का यह रिकॉर्ड लगातार आठवां बजट हैं. केंद्र की मोदी सरकार ने इस बजट में कई घोषणाएं की है. इस बीच बजट पेश होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (akhilesh yadav on union budget) ने सरकार को महाकुंभ के दौरान हुई मौतों पर घेरा है.

स्नान के आंकड़े दे सकते हैं लेकिन…

अखिलेश ने कहा कि खोया-पाया केंद्र सेना के हवाले किया जाए. यूपी सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. स्नान के आंकड़े दे सकते हैं. लेकिन मरने वालों के नहीं. ये सरकार कुंभ का आयोजन नहीं करा पा रही है. क्या यही विकसित भारत की परिभाषा है. ये मरने वालों, खोने वालों का आंकड़ा नहीं दे पा रहे. लोग मर रहे थे सरकार फूल बरसा रही थी. इससे ज्यादा हिंदू विरोधी सरकार कोई नहीं हो सकती है.

इसे भी पढ़ें : Income Tax Slabs: मालामाल हुआ मिडिल क्लास, 12 लाख कमाई तक अब कोई इनकम टैक्स नहीं, 24 लाख के बाद 30% टैक्स, नए रिजीम में भी बड़ा कट, देखें टैक्स स्लैब

बजट से ज्यादा मरने वालों के आंकड़े जरुरी- अखिलेश

उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार को महाकुंभ में हुई मौतों के आंकड़े बताने चाहिए. अखिलेश ने कहा कि बजट के आंकड़ों से ज्यादा महाकुंभ में हुई मौतों का आंकड़ा जरूरी है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि लोग अपने परिजनों को खोजने के लिए परेशान और भटक रहे हैं और पूछा कि क्या सरकार के पास मरने वालों के आंकड़े नहीं हैं.

श्रद्धालुओं का ब्योरा दे सरकार- डिंपल

वहीं सपा सांसद डिंपल यादव ने केंद्रीय बजट को लेकर कहा कि बजट में कुछ भी नया नहीं था. समाजवादी पार्टी मांग करती है कि सरकार महाकुंभ में जान गंवाने वाले सभी श्रद्धालुओं का ब्यौरा दे. हम राज्य सरकार से मांग करते हैं कि वह त्रासदी के पीछे का कारण बताएं और यह भी बताएं कि क्या वे इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करेंगे.