लखनऊ. अखिलेश यादव ने रोजगार को लेकर योगी सरकार पर फिर से निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार के लिए ‘रोजगार मेला’ सिर्फ एक इवेंट है और कुछ नहीं. यहां नौकरी के नाम पर युवाओं को ठगा जा रहा है. लगता है भाजपा के लोग विदेश में नौकरी के नाम पर ‘प्लेसमेंट एजेंसी’ के एजेंट बनकर नाममात्र के वेतन पर युवाओं की मजबूरी का फ़ायदा उठाकर बीच में कमीशन कमाना चाहते हैं.’

‘भाजपा के लिए नौकरी भी एक जुमला है. अब उप्र के सचेत युवा ‘भाजपाई झांसे’ में आकर अपना शोषण नहीं होने देंगे, उन्हें नौकरी के नाम पर कोई गुमराह नहीं कर सकता है. जहां 9 साल इंतजार कर लिया है वो कुछ दिन और कर लेंगे और आगामी चुनाव में यही युवा भाजपा सरकार का टोकन काटेंगे और हमेशा के लिए पत्ता भी साफ कर देंगे क्योंकि अब वो समझ गये हैं कि ‘नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं’.

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‘युवा ये भी नहीं भूलेंगे कि ये वही मुख्यमंत्री जी हैं जिन्होंने उप्र के युवाओं के बारे में कहा था कि कमी नौकरी की नहीं है बल्कि युवाओं में योग्यता की है. मुख्यमंत्री ये भी बताएं कि विदेश में जानेवाले युवाओं का शोषण नहीं होगा इसकी गारंटी कौन देगा. इस तरह के आयोजन साबित कर रहे हैं कि निवेश और उससे सृजित होनेवाला रोजगार का दावा फुस्स हो गया है. हमारे प्रदेश की युवतियों की नौकरी के लिए सरकार की कोई विशेष योजना क्यों नहीं है? भाजपा सरकार जवाब दे. युवा कहे आज का नहीं चाहिए भाजपा! भाजपा जाए तो नौकरी-रोजगार आए.’