दिल्ली. NDA उम्मीदवार एवं बीजेपी सांसद ओम बिरला बुधवार को ध्वनिमत से लोकसभा के दोबारा स्पीकर चुन लिए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें आसंदी तक छोड़ने आए. अब सदन में स्पीकर को बधाई देने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी अध्यक्ष ओम बिड़ला को बधाई दी. इस दौरान जब अखिलेश यादव संसद में बोल रहे थे तो उनके ठीक पीछे उनकी पत्नी व मैनपुरी सांसद डिंपल यादव खिलखिला कर हंस पड़ीं.

अखिलेश यादव ने कहा, ”ओम बिरला जी को बधाई. ये पद बहुत गौरवशाली परम्पराओं का है. हमें उम्मीद है किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा. उम्मीद है सदन में किसी की आवाज दबाई नहीं जाएगी. हर दल को बराबरी का सम्मान मिले. हम लोग हर न्याय संगत फैसले के साथ रहेंगे. निष्कासन जैसी कार्रवाई दोबारा न हो.”

सपा मुखिया ने कहा, ”प्रधानमंत्री जी और हमारे साथी नेता विपक्ष ने आपको बधाई दे चुके हैं. आपको पांच साल सदन चलाने का अनुभव रहा है. साथ ही आपको पुराने और नए दोनों सदन का अनुभव है. जिस पद पर आप बैठे हैं उससे कई गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं. हम सब यही मानते हैं कि बिना भेदभाव के आगे बढ़ेगा और लोकसभा अध्‍यक्ष के रूप में हर सांसद और हर दल को सम्‍मान देंगे. निष्‍पक्षता इस महान पद की महान जिम्‍मेदारी है.”

सदन आपके इशारे पर चले: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा, ”आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो. हम आपके हर न्याय संगत फैसले के साथ खड़े हैं. मैं इस नए सदन में पहली बार आया हूं. मुझे लगा कि स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची है, मैं जिस सदन को छोड़कर आया हूं वहां कुर्सी और ऊंची है, नया सदन में पत्थर तो ठीक लगा है, मुझे उम्मीद है कि आप जितना सत्ता पक्ष को मौका देंगे उतना ही विपक्ष को भी मौका देंगे.”

अखिलेश यादव की इस बात डिंपल यादव हंस पड़ीं

दरअसल, अखिलेश यादव जब ये कह रहे थे कि ”आपका अंकुश विपक्ष पे तो रहता ही है, लेकिन आपका अंकुश सत्ता पक्ष पर भी रहे.” अखिलेश की इसी बात पर पीछे बैठी डिंपल यादव खिलखिलाकर हंस पड़ीं. वहीं जब अखिलेश यादव ने कहा कि ”अध्यक्ष महोदय आपके इशारे पर सदन चले, इसका उलटा न हो.” जिस पर डिंपल यादव दोबारा हंस पड़ीं.

मुझे लगा स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची होगी: अखिलेश यादव

”मैं इस नए सदन में पहली बार आया हूं. मुझे लगा कि स्पीकर हमारे स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची होगी.” जिस पर डिंपल यादव तीसरी बार हंस पड़ीं. उन्होंने आगे कहा, ”क्योंकि मैं जिस सदन को छोड़कर आया हूं अध्यक्ष जी वहां कुर्सी बहुत ऊंची है. मैं अध्यक्ष जी किसको कहूं कि ये कुर्सी और ऊंची हो जाए, नया सदन हैं, वहीं आपके पीठ पीछे मैं देख रहा हूं कि पत्थर तो सहीं लगे हैं. सब कुछ अच्छा लगा है, लेकिन उस दरार में मुझे कुछ सीमेंट अभी भी लगा दिखाई दे रहा है.” अखिलेश यादव की इस बातों पर लगातार डिंपल यादव हंसती हुई नजर आईं. जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है.

Yogi Cabinet Decisions: वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज का होगा विस्तार, योगी कैबिनेट ने इन प्रस्तावों को दी मंजूरी

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m