Sports News. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बल्ले से शानदार भूमिका निभाने वाले भारतीय ऑलराउंडर अक्षर पटेल अहमदाबाद में खेले जा रहे चौथे टेस्ट की पहली पारी में अपनी बल्लेबाजी से खुश हैं. मैच के चौथे दिन रविवार उन्होंने 79 रनों की अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. सीरीज में अब तक तीन अर्धशतकीय पारी खेल चुके अक्षर ने कहा कि इस सीरीज के लिए स्पिनरों के खिलाफ योजना बनाकर बल्लेबाजी करना उनके लिए कारगर रहा. उन्होंने विराट कोहली (186) के साथ छठे विकेट के लिए 162 रनों की साझेदारी निभाई जिससे भारत ने पहली पारी में 571 रन बनाए.

बाएं हाथ का यह बल्लेबाज बॉर्डर-गावस्कर के तहत खेले जा रहे चार मैचों की टेस्ट सीरीज में अब तक भारत की ओर से दूसरा सर्वोच्च स्कोरर है. उन्होंने सीरीज में तीन अर्धशतकीय पारियों के साथ कुल 264 रन बनाए. उन्होंने नागपुर में 84, दिल्ली में 74 और अहमदाबाद में जारी मैच में 79 रन की पारी खेली. अक्षर ने कहा कि जब हमने नागपुर में शिविर शुरू किया था तो हमें पता था कि हम स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर खेलेंगे. मैंने ज्यादा तैयारी नहीं की थी लेकिन स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी की बारीकियों पर काम किया.

29 वर्षीय अक्षर ने कहा कि मैंने पगबाधा होने से बचने के लिए लेग स्टंप के बाहर से बल्लेबाजी करने के साथ क्रीज से ज्यादा बाहर नहीं निकलने का फैसला किया था. स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर आपके पगबाधा या स्टंप होने की संभावना अधिक होती है. उन्होंने इस सीरीज में शतक पूरा करने के तीन मौके गंवाने को लेकर मजाकिया अंदाज में कहा कि यह तो जले पर नमक झिड़कने जैसा है. मेरा अर्धशतक पूरा होने के बाद कोहली भी कह रहे थे कि मैं बड़ा स्कोर करने की सोच सकता हूं क्योंकि दिन के खेल में 22 ओवर बाकी थे.