Lok Sabha Elections 2024 : मध्य प्रदेश की सियासत में अब किरदार भी और नेताओं का सियासी समीकरण भी बदल गया है. इंदौर लोकसभा सीट (Indore Lok Sabhe Seat) से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम (Congress Candidate) के बीजेपी (Akshay Kanti Bam joins BJP) में शामिल होने के बाद सियासी पारा हाई है. कांग्रेस लगातार बीजेपी अक्रामक नजर आ रही है तो दूसरी तरफ भाजपा भी विपक्ष के नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े कर रही है. इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Ex CM Kamal Nath) ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को आड़े हाथ लिया है.
कमलनाथ ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”विपक्ष के नेताओं पर दबाव बनाकर उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. हमारे संविधान ने निर्वाचन प्रणाली में जनता को सर्वोपरी स्थान दिया है, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल के प्रत्याशी को ही यदि चुनाव मैदान से हटा दिया जायेगा, तो निर्वाचन प्रक्रिया में जनता का ही महत्व समाप्त हो जायेगा.”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा है कि ”सभी को चुनाव लड़ने और सभी को मतदान करने का अधिकार हमारे संविधान द्वारा प्रदत्त सर्वश्रेष्ठ अधिकार है, इसकी हमेशा रक्षा होनी चाहिए. संविधान और लोकतंत्र की रक्षा होनी चाहिए.”
बीजेपी में शामिल हुए अक्षय बम
बता दें कि बीजेपी की गढ़ कही जाने वाले इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने कल अपना नामांकन वापस ले लिया. सोमवार दोपहर तीन बजे तक नामांकन वापसी की लास्ट डेट थी. अक्षय कांति बम, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के बेहद करीबी माने जाते थे. जीतू पटवारी ने ही उनके लिए टिकट की पैरवी की थी लेकिन अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस ले लिया. जिसके बाद बीजेपी में शामिल हो गए.
पटवारी ने बीजेपी पर लगाया ये आरोप
अक्षय बम के बीजेपी में शामिल होने के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का बड़ा बयान आया. उनका आरोप है कि बीजेपी ने नामांकन वापस लेने के लिए अक्षय बम को धमकाया था और उसे प्रताड़ित किया था. इसके बाद अक्षय बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया. उन्होंने कहा कि अक्षय बम के खिलाफ एक पुराने मामले में आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) जोड़ी गई थी. उसे धमकाया गया. उसे पूरी रात अलग-अलग तरीकों से धमकाया गया, जिसके बाद उसने अपना नामांकन वापस ले लिया.
पहली बार मिला था टिकट
गौरतलब है कि अक्षय कांति बम पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में अभी तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है. बीजेपी ने यहां इस बार 8 लाख वोटों से जीत का नारा दिया है. कहा जा रहा है कि बीजेपी इस नारे को पूरा करने के लिए सबसे बड़े विपक्षी उम्मीदवार का नामांकन वापस ले लिया. इंदौर में 13 मई को मतदान होगा और 4 जून को मतगणना की जाएगी.
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक