हेमंत शर्मा, इंदौर। एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर पेपर लीक मामले में दोषी पाए गए आइडियलिक कॉलेज पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने 5 लाख रुपए का बड़ा जुर्माना लगाया है। साथ ही अगले 3 सालों के लिए इस कॉलेज को परीक्षा केंद्रों की सूची से भी हटा दिया है। इसके अलावा संघवी कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र नहीं बनाने का निर्णय लिया है। परीक्षा की गोपनीयता के नियमों के पालन में इन दोनों कॉलेजों की अनियमितता सामने आई।

एमबीए पेपर लीक मामले में डीएवीवी ने भाजपा नेता अक्षय बम के कॉलेज आइडियलिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। विश्वविद्यालय ने कॉलेज पर 5 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई है। साथ ही उसे परीक्षा केंद्रों की सूची से अगले 3 साल के लिए बाहर कर दिया है। इस मामले में संघवी कॉलेज में भी अनियमितताएं पाई गई थी लिया। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर संघवी कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर करने का निर्णय लिया गया है। वहीं आइडियलिक कॉलेज की मान्यता की जांच के लिए डीएवीवी ने एक अलग कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। 

इंदौर डीएवीवी कुलगुरु प्रो. रेणु जैन ने आगे बताया कि एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर के दो पेपर लीक हुए थे जिसकी जांच के लिए रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी गठित की। कमेटी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर  कार्यपरिषद की बैठक में चर्चा हुई। बैठक में ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई कर उदाहरण प्रस्तुत करने पर सहमति बनी और इसी के मद्देनजर आइडियलिक कॉलेज और संघवी कॉलेज पर यह कार्रवाई की गई। जांच कमेटी ने 4 पेज में 14 बिन्दुओं पर अपनी जांच पूरी की। 

डीएवीवी के अनुसार तीन अन्य कॉलेज ने भी अपने दस्तावेज और रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किए हैं और उन्हें तुरंत रिकॉर्ड प्रस्तुत करने को कहा गया है। इनमें यदि अनियमितता मिली तो इन कॉलेज के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। डीएवीवी ने इस मामले की पुलिस में भी एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिस पर छोटी ग्वालटोली पुलिस ने आइडियलिक कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर और दो छात्रों को गिरफ्तार किया।

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