दिल्‍ली. फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार आज पंजाब की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम के सामने पेश होंगे. उनपर आरोप है कि उन्होंने तीन साल पहले पंजाब में श्री गुरुग्रंथ साहिब और अन्य धार्मिक ग्रंथों का अपमान किया था. जिसके बाद यहां हिंसा भड़क गई थी. हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने बहिबल कलां में फायरिंग की थी, जिसमे कई लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में अक्षय कुमार के अलावा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी पेश हो चुके हैं.

इससे पहले प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल से चंडीगढ़ में पूछताछ हो चुकी है. इसके बाद आज अक्षय कुमार भी एसआईटी के सामने पेश होंगे. हालांकि एसआईटी ने उन्हें अमृतसर की बजाए चंडीगढ़ में पेश होने का विकल्प दिया है. पंजाब में हुई हिंसा की जांच के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने जस्टिस रणजीत सिंह की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया था. आयोग ने अपनी जांच में कई बड़े नेताओं पर गंभीर सवाल खड़े किए थे.

अक्षय कुमार पर आरोप है क उन्होंने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की मदद की थी. उन्होंने राम रहीम सिंह को माफी दिलाने के लिए मध्यस्थ का काम किया था. उन्होंने इसके लिए सुखबीर सिंह बादल और कुछ अन्य लोगों के साथ बैठक की थी. हालांकि अक्षय कुमार ने इन सभी आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि वह कभी भी गुरमीत राम रहीम से नहीं मिले हैं.

अक्षय कुमार ने अपने उपर लगे आरोपों पर कहका था कि मुझे सोशल मीडिया के जरिए पता चला था कि राम रहीम मुंबई के जूहू स्थित मेरे ही इलाके में कहीं रहता है, लेकिन हमारी कभी भी एक दूसरे से मुलाकात नहीं हुई थी. उन्होंने अपनी फिल्मों का हवाला देते हुए कहा कि मैंने हमेशा पंजाब की संस्कृति और समृद्ध इतिहास और सिख धर्म की परंपरा को बढ़ावा दिया है. मुझे पंजाबी होने पर गर्व है और सिख धर्म के लिए मेरे भीतर काफी सम्मान है. उन्होंने अपनी फिल्म सिंह इस किंग, केसरी फिल्मों का जिक्र किया.