
प्रतापगढ़ के कुंडा रियासत के युवराज और उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) के खिलाफ 9 मार्च को FIR दर्ज कराई गई थी. ये एफआईआर और किसी ने नहीं बल्कि खुद राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने कराई थी. भानवी सिंह ने दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव थाने में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. अब इसे लेकर कुंवर अक्षय प्रताप सिंह ने भानवी सिंह पर निशाना साधा है.

उन्होंने X पर पोस्ट करते हुे लिखा है कि ‘हम सभी का ये मानना है कि घर की बात घर में ही रहती तो अच्छा होता, लेकिन घर की बात को बाहर लाया कौन? घर की बात को मसालेदार गॉसिप बनाकर लोगों के बीच परोसने वाली भानवी सिंह का असली चेहरा आप लोगों के सामने लाना आवश्यक है, और ये सिलसिला जारी रहेगा. भइया तो इस विषय पर कुछ कहते नहीं हैं, लेकिन ये अवश्य कहूंगा कि जिस तरह से भानवी सिंह विष वमन कर राजा भइया की छवि धूमिल करने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगाए हैं, कोई भी पत्नी अपने पति के लिए कभी भी ऐसा न कहेगी न लिखेगी. उनके इसी व्यवहार के कारण भइया 10 वर्षों से ज्यादा से उनसे अलग ही रह रहे हैं.’
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प्रति माह 10 लाख रुपये की मांग- अक्षय प्रताप
उन्होंने आगे लिखा है कि ‘1995 में भइया से विवाह होने के बाद भानवी सिंह को भदरी से चल-अचल अकूत संपत्ति दी गई, जिसमें प्रतापगढ़ में खेत, बाग, दिल्ली में शानदार बंगला, उत्तराखंड में विशाल सेब के बाग और जमीन, साथ ही वे दो व्यापारिक संस्थान की मालकिन बनीं, आभूषणों, गहनों की तो कोई गिनती ही नहीं है. उन्हें इतनी संपत्ति मिली की उनकी संपदा राजा भइया से ज्यादा हो गई. कई वर्षों से वे राजा भइया से ज्यादा आयकर रिटर्न भरती हैं. इतने से भी जब उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने अदालत से राजा भइया के जैसी जीवनशैली जीने के लिए और अपने साज श्रृंगार के लिए महंगे विदेशी ब्रांड खरीदने के लिए राजा भइया से ‘10 लाख’ प्रति माह की मांग की.
फिर की 100 करोड़ की मांग- अक्षय प्रताप
अक्षय प्रताप आगे लिखते हैं कि ‘कुछ ही दिनों में उन्हें लगा कि ये रकम उनके शौक पूरा करने के लिए बहुत कम हैं और उन्होंने अपनी मांग बढ़ा कर ‘100 करोड़’ रुपये और साथ में ही ‘25 लाख’ रुपये प्रति माह भइया से अदालत के माध्यम से मांगे. मैंने जो उपरोक्त बातें कहीं हैं, सभी प्रमाणित हैं, इसके अभिलेख न्यायालय से प्राप्त किये जा सकते हैं. ये मांग सही है या गलत ये निर्णय मैं आप लोगों के विवेक पर छोड़ता हूं’.
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