नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी के ऊपर से उठे चक्रवात की गति और ताकत अभी ज्यादा बढ़ने की संभावना हो गई है. क्योंकि ‘अम्फान’ तूफान अब सुपर साइक्लोन में तब्दील हो गया है. इस अम्फान प्रचंड चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर बंगाल और ओडिशा में पड़ेगा. यह तूफान तेजी से इन दोनों राज्यों के तट की ओर बढ़ रहा है. पड़ोसी राज्य ओडिशा में ज्यादा असर बढ़ने से छत्तीसगढ़ में भी खतरा बढ़ गया है.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान अम्फान बहुत प्रचंड है, जो बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा सकता है. अम्फान तूफान प्रचंड चक्रवाती तूफान में बदल गया है. 19 और 20 मई को भारी से काफी मूसलाधार बारिश होगी. 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा द्वीप और बांग्लादेश के हतिया द्वीपसमूह के बीच दस्तक दे सकता है. इस दौरान हवाओं की रफ्तार 165 से 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रह सकती है, जो 195 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. यह चक्रवात भीषण तबाही मचा सकता है.

खतरे को देखते हुए ओडिशा के 12 जिलों और कोलकाता सहित बंगाल में 5 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. बंगाल में दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर हाई अलर्ट पर हैं. अगले आदेश तक मछली पकड़ने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है. एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट हैं. एनडीआरएफ के डीजी ने रविवार को बताया कि ओडिशा में 10 टीमें भेज दी गई हैं, इसके साथ ही हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.

ओडिशा में अम्फन प्रचंड चक्रवाती तूफान का ज्यादा असर पड़ने से छत्तीसगढ़ में भी खतरा बढ़ गया है. छत्तीसगढ़ में भारी बारिश और तूफान के आसार दिख रहे हैं. इसलिए अब यहां भी राज्य से लगे जिलों को अलर्ट में रहने की जरूरत है. इसके साथ ही बस्तर के कई इलाकों, राजनांदगांव, रायपुर, महासमुंद, धमतरी, कवर्धा, बिलासपुर और सरगुजा संभाग में कई स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है. अनुमान लगाया जा रहा है कि यह चक्रवात 20 मई की दोपहर तक ओडिशा और बंगाल तट से टकराएगा. अभी यह तूफान पारादीप तट से करीब 750 किलोमीटर दूर है. वहीं दीघा तट से इसकी दूरी अभी करीब 900 किलोमीटर है.