कोरोना संक्रमण के बीच देश में अब बर्ड फ्लू ने तेजी से दस्तक़ दे दी है. देश के 6 राज्यों में अब तक बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं. इसके बाद सभी राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है. देश में जिन राज्यों में अभी तक मामले सामने आए उनमें- हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, केरल और झारखंड शामिल है. गौर करने वाली बात छत्तीसगढ़ के लिए यह है कि दो राज्य झारखंड और मध्यप्रदेश जहाँ फ्लू के मामले सामने आए हैं दोनों राज्य की सीमा से जुड़े हैं.
सिर्फ़ भोपाल में जाँच
ख़ास बात ये है कि बर्ड फ्लू के सभी मामलों की जाँच केवल एक शहर भोपाल में चल रही है. क्योंकि पूरे देश में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की हाईसिक्योरिटी एनिमल डिसिस लेबोरेटरी है सिर्फ भोपाल में ही है. देशभर में इंफेक्शन के जितने भी मामले सामने आ रहे हैं, वे जांच के लिए भोपाल भेजे जा रहे हैं. ऐसे में इस लैब की हर रिपोर्ट पर पूरे देश की नज़र बनी हुई है.
24 घंटे डॉक्टरों की टीम
गौरतलब है कि बर्ड फ्लू का पहला सैंपल राजस्थान से आया था . 28 दिसंबर को इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. राजस्थान के बाद केरल और मध्यप्रदेश में मामले सामने आए थे और इसके बाद अन्य राज्यों में. भोपाल स्थित सेंटर में डॉक्टरों की टीम 24 घंटे लगातार काम कर रही है.
बर्ड फ्लू के स्ट्रेन में भी बदलाव
आईसीएआर की लैब में बर्ड फ्लू के मामलों की जांच कर रहे वैज्ञानिकों ने बताया कि इस बार बर्ड फ्लू के स्ट्रेन में भी बदलाव आया है। दरअसल, बर्ड फ्लू का वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है. पहले इस वायरस का स्ट्रेन एच5एन1 था. इस बार स्ट्रेन एच5एन8 है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह स्ट्रेन जानवरों और पक्षियों के लिए बेहद खतरनाक है, लेकिन इंसानों पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा.
मध्यप्रदेश में इन जिलों में अलर्ट
सरकार की ओर से मध्यप्रदेश के उन जिलों को अलर्ट कर दिया गया जहाँ बर्ड फ्लू का ख़तरा ज्यादा नज़र आ रहा है. इनमें इंदौर, मंदसौर, आगर, खरगोन, उज्जैन, देवास, नीमच और सीहोर शामिल हैं. इन जिलों में कौए बड़ी संख्या में मृत पाए गए थे. मृत कौए में वायरल मिले थे.